Dunki Route : पीलीभीत के मंजीत सिंह को अमेरिका में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एजेंटों ने उनसे 32 लाख रुपये ले लिए। वीजा और सीधी यात्रा का वादा किया गया था, लेकिन उन्हें गैरकानूनी तरीके से अमेरिका भेजा गया। इस दौरान उन्हें नाव से सफर करना पड़ा, कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ा और विदेश में एजेंटों के गिरोह ने उनसे जबरन पैसे वसूले।
अवैध तरीके से भेजा अमेरिका
हरदासपुर गांव के रहने वाले मंजीत सिंह ने बताया कि कुलविंदर सिंह और उसके भाई बलविंदर सिंह ने वीजा और नौकरी दिलाने का भरोसा दिया था। 2019 में उन्होंने मंजीत को दिल्ली से इक्वाडोर की फ्लाइट में बैठा दिया। वहां पहुंचने के बाद एक आदमी ने उसे दो दिन तक एक कमरे में बंद रखा और घर से दो लाख रुपये मंगाने को कहा। मजबूरी में मंजीत ने अपने पिता को फोन किया, लेकिन जब उन्होंने पैसे भेजने से इनकार किया, तो बलविंदर ने उनसे बात की और पैसे भेजने के लिए मना लिया। इसके बाद मंजीत के पिता ने एजेंटों को दो लाख रुपये दे दिए।
मुश्किलों से भरा सफर
पैसे मिलने के बाद मंजीत को नाव, बस और पैदल रास्ते से कोलंबिया, मेडेलीन, निकारागुआ और पनामा के जंगलों से होकर निकाला गया। वहां से उसे मैक्सीकली भेज दिया गया, जहां उसे सात महीने तक रखा गया। फिर उससे दो लाख रुपये और मांगे गए।
जब पैसे मिल गए, तो उसे अमेरिकी सीमा पार कराई गई, लेकिन वहां पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मंजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जहां उसे एक साल तक सजा काटनी पड़ी।
एक साल जेल में रहने के बाद भारत वापसी
एक साल जेल में रहने के बाद 2022 में अमेरिका सरकार ने उसे भारत वापस भेज दिया। वापस आने के बाद मंजीत लगातार बलविंदर से अपने पैसे मांगता रहा, लेकिन उसने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, अब वह धमकी भी दे रहा है।
एजेंटों के खिलाफ केस दर्ज
थक हारकर मंजीत ने रविवार को कुलविंदर और बलविंदर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उनके खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी, फर्जीवाड़ा और धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।