Easy Jugad to Protect Crops from Nilgai : देश के कई इलाकों में किसान नीलगाय और जंगली जानवरों की वजह से अपनी फसल को बचाने में असहाय महसूस करते हैं। ये जानवर खेतों में घुसकर खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। खासतौर पर नीलगाय और बंदर खेतों में झुंड में आते हैं और एक ही रात में फसल को रौंद कर बर्बाद कर देते हैं। मौसम की मार के बाद अगर कोई सबसे बड़ी चिंता किसान के लिए होती है तो वह इन जानवरों का हमला होता है। लाख कोशिशों के बाद भी किसान इन्हें रोक नहीं पाते, क्योंकि ज्यादातर उपाय महंगे होते हैं या ज्यादा समय तक टिकते नहीं।
देसी जुगाड़ से मिलेगी राहत
ऐसी ही समस्या से निपटने के लिए एक देसी जुगाड़ इन दिनों किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। यह तरीका न केवल असरदार है, बल्कि बेहद सस्ता भी है। इस उपाय में सिर्फ 50 रुपये में खेतों की रखवाली की जा सकती है। इस जुगाड़ में पटाखे और एक लोहे के पाइप का इस्तेमाल किया जाता है। पटाखे की तेज आवाज से जानवर डरकर खेत से भाग जाते हैं और दोबारा वापस आने से कतराते हैं।
कैसे बनाएं यह देसी यंत्र
इसको बनाने के लिए चाहिए एक आधा इंच मोटा लोहे का पाइप जो थोड़ा मुड़ा हुआ हो।
पाइप के एक सिरे पर एक सस्ता पटाखा (1 रुपये वाला) रखें।
पटाखा जलाएं और उसे पाइप में फोड़ें।
इससे दूसरी तरफ से तेज धमाके की आवाज निकलेगी।
इस आवाज से नीलगाय, बंदर और अन्य जानवर डर जाते हैं और खेत में आने से बचते हैं। इस तरह आप अपनी फसल को बिना ज्यादा खर्च किए सुरक्षित रख सकते हैं।
नीलगाय से किसान क्यों हैं परेशान?
नीलगायों की संख्या कई राज्यों में बहुत बढ़ चुकी है। बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में तो हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि सरकार को शूटर तक तैनात करने पड़े हैं। पहले ये जानवर सिर्फ जंगलों में रहते थे, लेकिन अब ये खेतों की ओर रुख करने लगे हैं। इन जानवरों के कारण किसानों की महीनों की मेहनत बर्बाद हो जाती है, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से नुकसान झेलना पड़ता है।
यहां दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करें।