कौन है ‘वो’ जिसने लेडी टीचर को दी खौफनाक मौत, दोनों आंखें, भोजन और सांस नली के लिए साथ गायब मिले शरीर के ये पार्ट

हरियाणा के भिवानी में एक लेडी टीचर को अपराधियों ने खौफनाक मौत ही। कसाईयों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। लेडी टीचर मनीषा हत्याकांड की प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। हरियाणा के भिवानी में एक लेडी टीचर को अपराधियों ने खौफनाक मौत ही। कसाईयों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। लेडी टीचर मनीषा हत्याकांड की प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। सरकार से लेकर पुलिस के अफसरों के पैरों के तले से जमीन खिसक गई। रिपोर्ट में सामने आया है कि मनीषा की दोनों आंखें गायब मिलीं। जबकि गर्दन को आधे चांद की आकृति में धारदार हथियार से इस कदर काटा गया कि केवल पांच सेंटीमीटर ही बची थी। जबकि डेडबॉडी के अन्य पार्ट भी गायब थे।

भिवानी के ढाणी लक्ष्मण गांव निवासी मनीषा प्राइवेट प्ले स्कूल की टीचर थीं। 11 अगस्त की दोपहर मनीषा अचानक लापता हो गई थी। परिजन लगातार उसकी तलाश कर रहे थे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 13 अगस्त को उसका शव गांव सिंघानी के खेतों में बुरी हालत में पड़ा मिला। शव की स्थिति ऐसी थी कि साफ समझ आ रहा था कि हत्या दो दिन पहले ही कर दी गई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जांच में सामने आया कि मनीषा की हत्या 11 अगस्त को ही की गई थी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. गोपाल शर्मा ने खुलासा किया कि शव डी-कंपोज अवस्था में था। गर्दन के हिस्से में स्किन और मसल्स के साथ हड्डियां तक गायब थीं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखा है कि गर्दन पर 29.5 सेंटीमीटर लंबा और 16 सेंटीमीटर चौड़ा गहरा घाव था। भोजन और श्वास नली गायब मिली है। इसके अलावा कई अंग और भी गायब मिले हैं। दोनों आंख भी नहीं थीं। चार पेज की यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट पीड़ित पक्ष ने सार्वजनिक की है। जिस जघन्यता से यह वारदात हुई है उससे साफ है कि हत्या की साजिश बेहद योजनाबद्ध तरीके से रची गई थी। वारदात के चार दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आंदोलन की आग भिवानी से निकलकर दादरी और हिसार तक फैल चुकी है। भिवानी के एसपी मनबीर सिंह समेत दस पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हो चुकी है लेकिन लोगों में आक्रोश कम नहीं हुआ।

मनीषा के शव का अब तक दो बार पोस्टमार्टम हो चुका है। प्राथमिक रिपोर्ट में बताया गया है कि डीएनए सैंपल, वजाइनल स्वैब और अंडर गारमेंट्स समेत कुल 10 सैंपल जांच के लिए सुरक्षित किए गए हैं। एडवोकेट अशोक आर्य और कविता आर्य ने कहा कि सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि दुष्कर्म हुआ या नहीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के खुलासे के बाद लोगों के बीच यह चर्चा रही कि हत्या में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। जिस तरह से गर्दन काटने की वारदात को अंजाम दिया गया है, वह किसी पेशेवर अपराधी का काम प्रतीत होता है। गर्दन काटने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार को भी जांच में अहम सुराग माना जा रहा है।

इनसब के बीच सीन ऑफ क्राइम टीम, थाना पुलिस और सीआईए स्टाफ ने घटनास्थल पर गहनता से साक्ष्य जुटाए हैं। आस-पास के क्षेत्रों में भी लगातार जांच चल रही है। पुलिस यह भी तलाश रही है कि मनीषा की हत्या व्यक्तिगत रंजिश, छेड़छाड़ या किसी अन्य कारण से की गई है। प्राथमिक जांच में साफ हुआ है कि हत्या की गई जगह और शव मिलने की जगह अलग-अलग है। मनीषा को किसी अन्य स्थान पर मौत के घाट उतारा गया और फिर शव को खेतों में फेंककर सबूत मिटाने की कोशिश की गई। इस बात ने जांच को और जटिल बना दिया है। वहीं गांव ढाणी लक्ष्मण और आसपास के इलाकों में इस हत्या ने दहशत और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीण दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं।

 

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