Odisha Flood : ओडिशा के बालासोर जिले में लगातार बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। जिले के उत्तरी इलाकों में करीब 100 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं, जहां सड़कों और खेतों में पानी भरने से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन का कहना है कि इस स्थिति की मुख्य वजह सुवर्णरेखा, बुधबलंग और जलाका नदियों में आई बाढ़ है।
चार ब्लॉकों में सबसे ज्यादा तबाही
सबसे अधिक प्रभाव भोगराई, बलियापाल, जलेश्वर और बस्ता ब्लॉकों में देखने को मिला है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। अब तक 2,916 लोगों को सुरक्षित निकालकर शेल्टर हाउस में पहुंचाया गया है, जहां उन्हें जरूरी सुविधाएं दी जा रही हैं। बालासोर के कलेक्टर ने उच्च अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया है।
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हालांकि प्रशासन का कहना है कि सुवर्णरेखा और जलाका नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है, लेकिन अब भी ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बनी हुई हैं। फिलहाल 46 ग्राम पंचायतें बाढ़ की जद में हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
जाजपुर में भी खतरे के संकेत
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण लगातार बारिश जारी है। इसके चलते बैतरणी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे जाजपुर जिले के दशरथपुर, कोरेई, बिंझारपुर और बारी ब्लॉकों की कई ग्राम पंचायतों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और हालात पर नजर रखी जा रही है।
5 जुलाई तक भारी बारिश का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि ओडिशा के कई हिस्सों, खासकर भुवनेश्वर और कटक में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा और यह 5 जुलाई तक बने रहने की संभावना है। 2 जुलाई के लिए मयूरभंज, क्योंझर और सुंदरगढ़ जिलों में भारी से अति भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
इसके अलावा देवगढ़, संबलपुर, अंगुल, ढेंकनाल और बरगढ़ जिलों में भी तेज बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। हवाओं की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है।