Gaya doctor beating: बिहार के गया जिले से एक बेहद दुखद और भयावह घटना सामने आई है, जिसने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। नक्सल प्रभावित गुरपा गांव में एक डॉक्टर को सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्योंकि वह एक दुष्कर्म पीड़िता की बीमार मां का इलाज करने उनके घर गया था। डॉक्टर जितेंद्र यादव को गांव के दबंगों ने पहले पेड़ से बांधा, फिर लात-घूंसों और डंडों से पीटा। ये वही दबंग हैं जो 2021 में हुई नाबालिग से दुष्कर्म की घटना के आरोपी हैं। इस शर्मनाक हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद लोगों में भारी आक्रोश है। Gaya पुलिस ने डॉक्टर को बचा लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
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बिहार के गया की यह तस्वीर बेहद भयावह है.
गया में एक डॉक्टर दुष्कर्म पीड़िता की मां का इलाज करने पहुंचे, लेकिन वहां दुष्कर्म के आरोपियों ने डॉक्टर को पकड़ लिया.
फिर पेड़ से बांधा और बेरहमी से पीट दिया. pic.twitter.com/WgjfS6Oq8R
— Govind Pratap Singh | GPS (@govindprataps12) June 4, 2025
दुष्कर्म के आरोपियों ने किया हमला, डॉक्टर को बनाया निशाना
Gaya जिले के गुरपा गांव में मंगलवार, 3 जून 2025 को जो घटना हुई, वह न केवल मानवता को शर्मसार करती है, बल्कि बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी उठाती है। डॉक्टर जितेंद्र यादव को सूचना मिली थी कि दुष्कर्म पीड़िता की मां की तबीयत बिगड़ गई है। वह बिना देरी किए गांव पहुंचे और इलाज शुरू किया। लेकिन तभी गांव के कुछ दबंग, जो कि पुराने दुष्कर्म मामले में आरोपी हैं, वहां पहुंचे और डॉक्टर पर केस को आगे बढ़ाने का समर्थन करने का आरोप लगाया।
पेड़ से बांधकर की गई बेरहमी से पिटाई, वीडियो हुआ वायरल
दबंगों ने डॉक्टर को घर से खींचकर बाहर निकाला और पास के एक पेड़ से बांध दिया। इसके बाद उन्होंने लात-घूंसे और डंडों से बुरी तरह पीटा। इस अमानवीय घटना का एक वीडियो गांव के ही किसी व्यक्ति ने बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि डॉक्टर खून से लथपथ हालत में पेड़ से बंधे हुए हैं। यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ और लोगों में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी।
पुलिस की तत्परता से बची जान, इलाज जारी
वायरल वीडियो की सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और डॉक्टर को बंधन से मुक्त कराया। तुरंत उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। गया के एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है और अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
जनता में आक्रोश, प्रशासन पर सवाल
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब एक डॉक्टर, जो मानवता की सेवा कर रहा था, असुरक्षित है, तो आम जनता का क्या हाल होगा। कई लोगों ने सरकार और प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं और न्याय की मांग की है। गया की यह घटना बताती है कि अपराधियों का मनोबल कितना ऊंचा हो चुका है। डॉक्टर जितेंद्र यादव पर हमला न केवल एक व्यक्ति पर अत्याचार है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए चेतावनी है। सरकार और Gaya पुलिस से उम्मीद की जा रही है कि वह इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई करे ताकि ऐसे अपराधियों को सबक मिल सके।
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