गुजरात के Vadodara में जर्जर गंभीरा पुल ढहा: 3 की मौत, रेस्क्यू जारी, वायरल वीडियो ने उठाए सवाल

गुजरात के वडोदरा में बुधवार सुबह गंभीरा पुल ढहने से बड़ा हादसा हो गया। पुल से गिरने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई और छह को रेस्क्यू किया गया। हादसे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

Vadodara

Vadodara bridge accident: गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया, जब महिसागर नदी पर बना 40 साल पुराना गंभीरा पुल अचानक ढह गया। यह पुल वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता था। घटना सुबह करीब 7:30 बजे हुई, जब पुल पर भारी ट्रैफिक था। हादसे के समय दो ट्रक, एक बोलेरो, एक पिकअप वैन समेत कई वाहन पुल पर मौजूद थे, जिनमें से कम से कम पांच वाहन नदी में गिर गए। हादसे में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि छह को रेस्क्यू कर लिया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है। पुल के जर्जर हालत की शिकायतें पहले भी की गई थीं, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।

हादसे का मंजर और राहत कार्य

गंभीर हादसे के समय पुल पर आवाजाही जोरों पर थी। भारी ट्रैफिक और पुल की कमजोर स्थिति के कारण इसका एक हिस्सा अचानक नदी में समा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुल टूटते ही तेज धमाके की आवाज सुनाई दी और कुछ वाहन सीधे नदी में गिर गए। घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय Vadodara लोगों ने बिना देर किए राहत कार्य शुरू कर दिया। फायर ब्रिगेड, गोताखोर और पुलिस की टीमें जल्द मौके पर पहुंच गईं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। एक ट्रक अब भी पुल के टूटे हिस्से पर लटका हुआ है, जिसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

जांच और प्रशासन की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर गहरा दुख जताया और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम को तत्काल घटनास्थल पर भेजने के निर्देश दिए हैं। सड़क एवं भवन विभाग के सचिव पीआर पटेलिया ने कहा कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर भारी बारिश और पुल की कमजोर संरचना को जिम्मेदार माना जा रहा है। इस पुल का निर्माण वर्ष 1985 में हुआ था, यानी यह 40 साल पुराना था और मरम्मत की मांग लंबे समय से की जा रही थी। अब हादसे के बाद निर्माण गुणवत्ता और रखरखाव पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

यातायात ठप, स्थानीयों और विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया

गंभीरा पुल के ढहने से Vadodara और आणंद के बीच यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है। लोगों को अब 40 किलोमीटर लंबा वैकल्पिक मार्ग अपनाना पड़ रहा है, जिससे क्षेत्र में लंबी ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई है। पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुल की जर्जर हालत की जानकारी कई बार दी गई थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। कांग्रेस नेता अमित चावड़ा ने इसे ‘गुजरात मॉडल में भ्रष्टाचार’ का उदाहरण बताया और पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई।

वायरल वीडियो और भविष्य की चिंता

Vadodara घटनास्थल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक ट्रक पुल के टूटे हिस्से पर खतरनाक तरीके से लटका नजर आ रहा है। वीडियो ने जनभावनाओं को और भड़काया है और पुल की निर्माण गुणवत्ता व नियमित निरीक्षणों की अनदेखी पर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पुराने ढांचे की उपेक्षा और भारी बारिश की अनदेखी इस हादसे के पीछे की बड़ी वजह हो सकती हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घटनास्थल से दूर रहें और वैकल्पिक मार्ग का ही उपयोग करें। राहत कार्य अभी भी जारी हैं।

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