History and Significance of Friendship Day: हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे यानी मित्रता दिवस मनाया जाता है। इस साल यह दिन 3 अगस्त 2025 को पड़ रहा है। यह दिन केवल हंसी-मजाक, गिफ्ट्स और सेलिब्रेशन का मौका नहीं होता, बल्कि यह अपने उन दोस्तों को याद करने और उन्हें दिल से शुक्रिया कहने का दिन है, जिन्होंने हर मुश्किल और हर खुशी में हमारा साथ निभाया है।
दोस्ती का रिश्ता: बिना खून के भी गहरा जुड़ाव
दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है, जो न खून से जुड़ा होता है और न किसी कागज़ से। यह दिल से दिल का रिश्ता होता है। जीवन में जब मुश्किलें आती हैं, तो परिवार से पहले अगर कोई साथ देता है तो वो एक सच्चा दोस्त ही होता है।
एक नहीं, दो बार मनाया जाता है फ्रेंडशिप डे
कई लोग इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि फ्रेंडशिप डे 30 जुलाई को मनाना चाहिए या अगस्त के पहले रविवार को। असल में, 30 जुलाई को इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है, जिसे 1958 में आधिकारिक तौर पर अपनाया गया था। इस दिन का मकसद देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना है। वहीं, भारत, अमेरिका, बांग्लादेश, मलेशिया और UAE जैसे कई देशों में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे दोस्तों के नाम पर मनाया जाता है, जहां लोग अपने करीबी दोस्तों को गिफ्ट, कार्ड, और प्यार भरे मैसेज भेजते हैं।
कैसे हुई फ्रेंडशिप डे की शुरुआत?
जानकारों के अनुसार, 1935 में अमेरिका में अगस्त के पहले रविवार को एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। ऐसा कहा जाता है कि यह हत्या सरकार के इशारे पर की गई थी। इस घटना से दुखी होकर उस व्यक्ति के करीबी दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली। उनकी गहरी दोस्ती को याद करते हुए, हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने का फैसला लिया गया।
दोस्ती के इस दिन का बढ़ता महत्व
अब यह दिन पूरी दुनिया में दोस्ती की अहमियत को समझाने और जश्न मनाने का जरिया बन चुका है। लोग अपने दोस्तों को गिफ्ट्स देते हैं, साथ में केक काटते हैं, पुराने पलों को याद करते हैं और सोशल मीडिया पर खास पोस्ट भी शेयर करते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस का उद्देश्य
इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे का मुख्य उद्देश्य दुनिया के देशों और लोगों के बीच भाईचारे और दोस्ती को बढ़ावा देना है। यह दिन हमें सिखाता है कि दोस्ती सिर्फ दो लोगों के बीच नहीं, बल्कि देशों, समुदायों और संस्कृतियों के बीच भी हो सकती है।