World brain Day 2025 : हर उम्र में दिमाग की सेहत है ज़रूरी इसको तेज़ और स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं कौन सी आदतें

22 जुलाई को मनाया जाने वाला वर्ल्ड ब्रेन डे हर उम्र में दिमाग की सेहत को अहम मानता है। रोज़ाना नई चीजें सीखना, अच्छी नींद, हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज से दिमाग को तेज और स्वस्थ रखा जा सकता है।

Importance of Brain Health

Importance of Brain Health:हर साल 22 जुलाई को दुनियाभर में ‘वर्ल्ड ब्रेन डे’ मनाया जाता है। इसका मकसद लोगों को दिमागी सेहत के प्रति जागरूक करना और मानसिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों को समाज में समझ और सम्मान दिलाना है। इस खास दिन को पहली बार साल 2024 में ‘वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी सोसायटी’ (WFNS) और ‘इंटरनेशनल बैक एंड न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर ऑर्गेनाइजेशन’ (IBRO) ने मिलकर शुरू किया था। इस साल ब्रेन डे की थीम है। “सभी उम्र के लिए दिमागी सेहत”। इसका मतलब है कि चाहे बच्चा हो या बुजुर्ग, हर किसी के लिए दिमाग को हेल्दी बनाए रखना जरूरी है।

ब्रेन को हेल्दी रखने के आसान उपाय

दिमाग की सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए सिर्फ दवाओं पर निर्भर रहना जरूरी नहीं है। कुछ अच्छी आदतें और हेल्दी डाइट मिलकर आपके दिमाग को तेज और स्वस्थ बना सकते हैं।

रोज़ कुछ नया सीखें

अगर आप चाहते हैं कि आपका दिमाग हमेशा एक्टिव रहे तो रोज़ाना कुछ नया सीखने की आदत डालें। किताबें पढ़ें, कोई नई स्किल या भाषा सीखें, म्यूजिक बजाना या कुकिंग जैसी क्रिएटिव चीजें ट्राय करें। इससे दिमाग की एक्सरसाइज होती है और मेमोरी मजबूत बनती है।

एक्सरसाइज को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा

रोजाना 30 मिनट की हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे वॉक या योगा दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और स्ट्रेस भी कम होता है। हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, यह मानसिक सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है।

मेडिटेरेनियन डाइट लें

दिमाग को तेज रखने के लिए हेल्दी डाइट लेना बहुत जरूरी है। आप अपने खाने में हरी सब्जियां, नट्स, बेरीज, मछली, जैतून का तेल और बीन्स शामिल करें। ये चीजें ब्रेन के फंक्शन को बेहतर बनाती हैं।

तंबाकू और धूम्रपान से दूरी बनाएं

निकोटीन आपके दिमाग और शरीर के ब्लड फ्लो को नुकसान पहुंचाता है। यह तनाव और कई न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का कारण बन सकता है। तंबाकू और धूम्रपान छोड़ना दिमाग और दिल दोनों के लिए फायदेमंद है।

पूरी नींद लें

नींद की कमी से आपका फोकस, याददाश्त और सोचने की क्षमता कमजोर हो सकती है। रोज़ाना 7 से 8 घंटे की गहरी नींद जरूरी है, खासतौर पर अगर आप तनाव, चिंता या डिप्रेशन से जूझ रहे हैं।

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