Will benefits : आपके जाने के बाद परिवार में संपत्ति को लेकर ना हो तकरार, तो जाने वसीयत बनवाने का आसान तरीका

ऑनलाइन वसीयत बनाना आसान और किफायती है। इसे घर बैठे तैयार किया जा सकता है। यह उन लोगों के लिए सही है जिनकी संपत्ति और पारिवारिक स्थिति सरल हो। हालांकि, जटिल मामलों के लिए वकील की सलाह जरूरी है। यह प्रक्रिया समय और पैसे की बचत करती है

Online Will Creation in India

Information news : वसीयत सिर्फ एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि एक ऐसा तरीका है जिससे आपकी संपत्ति और इच्छाएँ आपके अनुसार आपके परिवार तक पहुँचें। इसे टालना सही नहीं है। वसीयत यह तय करती है कि आपके निधन के बाद आपकी संपत्ति और अन्य चीजें किसे और कैसे मिलेंगी

अक्सर लोग इसे बनवाने से कतराते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इसके लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने होंगे या बहुत पैसा खर्च होगा। लेकिन अब ऐसा नहीं है। ऑनलाइन वसीयत का विकल्प इसे आसान और किफायती बना देता है।

ऑनलाइन वसीयत

ऑनलाइन वसीयत उनके लिए है जिनके पास ज्यादा समय नहीं है या जो वकीलों और दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाना चाहते। आप इसे घर बैठे ऑनलाइन तैयार कर सकते हैं। इसमें वकील से संपर्क करने की भी जरूरत नहीं होती।

हालांकि, मुस्लिम समुदाय के लिए स्थिति थोड़ी अलग है। उनकी वसीयत शरीयत कानूनों के अनुसार होती है, इसलिए उन्हें विशेषज्ञता की जरूरत पड़ती है।

कितना खर्च आएगा

ऑनलाइन वसीयत की लागत आपकी जरूरत और चुने गए प्लेटफॉर्म पर निर्भर करती है।

जैसे रु 5,500 से शुरू होती है

VakilSearch रु 4,499 से शुरू होकर आपकी जरूरत के अनुसार फीस बढ़ भी जाती है।

यहां यह ध्यान देना जरूरी है कि इन शुल्कों में स्टांप ड्यूटी और अन्य खर्च शामिल नहीं होते है।
यह सिर्फ ऑनलाइन प्लेटफार्म की फीस है।

कब बनवानी चाहिए वसीयत

वसीयत बनवाने का सही समय तब होता है जब आपकी जिंदगी में कोई बड़ा बदलाव आए,
जैसे शादी या बच्चे का जन्म
नई संपत्ति खरीदना
बिजनेस शुरू करना

इसके अलावा, वसीयत को हर 3 से 5 साल में अपडेट करना भी जरूरी है ताकि यह आपके बदलते हालात और इच्छाओं को सही ढंग से दर्शा सके।

ऑनलाइन वसीयत का तरीका और सीमाएँ

ऑनलाइन वसीयत बनाना आसान और तेज है। लेकिन, भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम, 1925 के अनुसार, वसीयत पर हस्ताक्षर करते समय कम से कम दो गवाहों की उपस्थिति जरूरी है। इसे पूरी तरह ऑनलाइन प्रोसेस नहीं किया जा सकता।

ऑनलाइन वसीयत के फायदे

आसान प्रक्रिया
कानूनी जानकारी की जरूरत नहीं।
कम खर्च
पारंपरिक तरीके से सस्ता।
तेजी से तैयार
समय की बचत।
कम गलतियाँ
प्रोसेस ज्यादा साफ
सुथरी होती है।

ऑनलाइन वसीयत के नुकसान

वकील की कमी
आमने सामने सलाह नहीं मिलती।

व्यक्तिगत इच्छाएँ
पूरी तरह कस्टमाइज करना मुश्किल हो सकता है।

जटिल मामले
ज्यादा संपत्ति या पारिवारिक उलझनें हों तो ऑनलाइन वसीयत करना सही नहीं होता है।

ऑनलाइन वसीयत सही है या नहीं

यह आपकी जरूरत पर निर्भर करता है। अगर आपकी संपत्ति और परिवार की स्थिति सरल है, तो ऑनलाइन वसीयत अच्छा विकल्प है। लेकिन अगर संपत्ति ज्यादा हो या पारिवारिक परिस्थितियाँ जटिल हों, तो किसी अनुभवी वकील से सलाह लेना बेहतर रहेगा।

ऑनलाइन वसीयत बनवाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आप अपनी सभी इच्छाओं को स्पष्ट रूप से दर्ज करें।

कैसे बनवाएँ ऑनलाइन वसीयत

किसी अच्छे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का चुनाव करें
अपनी संपत्ति और लाभार्थियों की जानकारी भरें। डॉक्युमेंट को ध्यान से पढ़ें। गवाहों की उपस्थिति में हस्ताक्षर करें।

ऑनलाइन वसीयत बनवाना आज के समय में आसान और किफायती तरीका है। यह खासतौर पर उनके लिए सही है जो समय और पैसे की बचत करना चाहते हैं। हालांकि, अपनी परिस्थितियों और जरूरतों का ध्यान रखते हुए इसे बनाने का फैसला लें। यह आसानी से बनवाई जा सकती है।

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