नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी खुलकर बोले। 103 मिनट के भाषण में उन्होंन अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप से लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को भी बड़ा संदेश दे दिया। साथ ही ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र कर भारतीय सेनाओं के पराक्रम की प्रशंसा की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से कहा कि आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है। हमारे सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ले आम किया। धर्म पूछकर लोगों को मारा। पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था। पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के वक्त हमने सेना को खुली छूट दी। हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकता। सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया। पाकिस्तान की नींद अभी उड़ी है। पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए खुलासे हो रहे हैं। हमारी सेनाओं ने आतंकियों के अड्डों को बर्बाद किया। आतंकी और उनके आका मिट्टी में मिला दिए गए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिंधु का समझौता एकतरफा है। भारत का पानी दुश्मनों की धरती को सींच रहा है। मेरे देश की धरती प्यासी है। पिछले कई दशक से इस समझौते ने देश के किसानों का नुकसान किया। अब हमने न्यू नॉर्मल स्थापित किया है। आतंक और आतंकियों को पालने पोसने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानते। वे मानवता के समान दुश्मन हैं। भारत आतंक और आतंकी और उनके आकाओं में भेद नहीं करता। भारत आतंक के खिलाफ अपनी मुहिम ऐसे ही जारी रखेगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि अब भारत ने तय कर लिया है कि परमाणु धमकियों को हम नहीं सहेंगे। परमाणु ब्लैकमेल अब नहीं सहा जाएगा। आगे भी अगर दुश्मनों ने कोशिश जारी रखी तो हमारी सेना तय करेगी कि सेना की शर्तों पर सेना जो लक्ष्य तय करे, उसे हम अमल में लाएंगे। भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा। हम किसी भी कीमत पर सिंधु संधि को बाहल नहीं करने वाले। ये पानी हमारे किसानों का है। पहले की सरकारों ने सही निर्णय नहीं लिया, जिसके कारण पाकिस्तान हमारे लोगों का खून बहाता रहा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि भारत अब न तो सिंधु जल समझौते के मौजूदा स्वरूप को स्वीकार करेगा और न ही पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की परमाणु धमकियों को बर्दाश्त करेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे। सिंधु समझौता एकतरफा और अन्यायपूर्ण है, जिसने सात दशकों तक भारतीय किसानों को अकल्पनीय नुकसान पहुंचाया। भारत का पानी भारत और उसके किसानों के लिए है। भारत किसी भी गीदड़भभकी से नहीं डरने वाला। अगर दुश्मनों ने कोई गुस्ताखी कि तो उसे ऐसे जवाब मिलेगा, जिसके बारे में उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय सेना ने आतंकियों और उनके समर्थकों को कड़ा जवाब दिया है और भारत अब किसी भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल को सहन नहीं करेगा। यह संदेश पाकिस्तान के लिए स्पष्ट चेतावनी थी कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। पीएम नरेंद्र मोदी की इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में दहशत है। टीवी डिबेट में पाकिस्तान तौबा-तौबा करते हुए सुनाई पड़ रहे हैं।