नई दिल्ली ऑनलाइन खेल डेस्क। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला ओवल के मैदान में खेला गया। पांच दिन तक चले इस मैच में बड़े उतार-चढ़ाव देखने को मिले। कभी अंग्रेज भारी दिख तो कभी शुभमन गिल एंड कंपनी ने पलटवार किया। आखिर में हैदराबाद के मिया मैजिक ने अपनी कातिलाना गेंदबाजी से अंग्रेज बल्लेबाजों को पस्त कर दिया और ये मैच टीम इंडिया 6 रन से अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही 5 मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 का भी समापन हो गया है। ये सीरीज अब 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई है। सीरीज का एक मैच ड्रॉ रहा था।
भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 का पांचवां टेस्ट मैच लंदन के ओवल के मैदान में खेला गया। भारतीय टीम ने पहली पारी में 224 रन बनाए, वहीं वहीं इंग्लैंड की पहली इनिंग्स 247 रन पर सिमटी। यानी मेजबान इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर 23 रनों की मामूली बढ़त मिली। इसके बाद भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में 396 रन स्कोर किए। ऐसे में इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रनों का लक्ष्य मिला। रनचेज में इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक और जो रूट ने शतकीय पारियां खेलीं। ब्रूक ने 111 रन बनाए तो वहीं जो रूट ने 105 रन की धुआंधार पारी खेली।रूट और ब्रूक के बीच चौथे विकेट के लिए 195 रनों की पार्टनरशिप हुई, जिसने इस मुकाबले में इंग्लैंड की वापसी कराई।
मैच में ट्विस्ट चौथे दिन के खेल के तीसरे सेशन में आया, जब जैकब बेथेल और जो रूट को तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने बैक टू बैक ओवर्स में पवेलियन भेजा। जब इंग्लैंड पर प्रेशर पूरी तरह बन चुका था तभी खराब रोशनी के चलते खेल को रोकना पड़ा। कुछ देर बाद बारिश भी आ गई, जिसके कारण चौथे दिन का खेल समय से पहले समाप्त करने की घोषणा की गई। पांचवें दिन मैच शुरू हुआ। गेंद मोहम्मद सिराज के हाथों पर थी। इंग्लैंड के चार विकेट बचे हुए थे और जीत के लिए 36 रन चाहिए थे। मैच बराबरी पर था। ऐसे में मोहम्मद सिराज ने अपने जीवन का एक ऐसा स्पेशल डाला, जो इतिहास के पन्नों मे ंदर्ज हो गया। उन्होंने पांचवें दिन इंग्लैंड के तीन विकेट लेकर तहलका मचा दिया। एक विकेट प्रसिद्ध कृष्णा के नाम रहा।
अगर पूरे मैच की बात करें तो दूसरी पारी में भारतीय टीम की ओर से सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने शानदार 118 रन बनाए। नाइटवॉचमैन आकाश दीप (66 रन), वॉशिंगटन सुंदर (53 रन) और रवींद्र जडेजा (53 रन) ने भी अर्धशतकीय योगदान दिया, जिसके कारण भारतीय टीम अच्छे स्कोर तक पहुंच सकी। इंग्लिश टीम की तरफ से तेज गेंदबाज जोश टंग ने पांच विकेट चटकाए। जबकि फास्ट बॉलर गस एटकिंसन को भी तीन सफलताएं नसीब हुईं। एक अन्य तेज गेंदबाज जेमी ओवर्टन ने दो विकेट झटके। इंग्लैंड की पहली पारी में सलामी बल्लेबाज जैक क्राउली ने सबसे ज्यादा 57 गेंदों पर 64 रनों का योगदान दिया। दूसरे ओपनर बेन डकेट ने 43 रनों की पारी खेली। हैरी ब्रूक ने 53 रन बनाए। भारतीय तेज गेंदबाजों मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने चार-चार विकेट हासिल किए। आकाश दीप को भी एक सफलता मिली।
भारतीय टीम के लिए पहली इनिंग्स में सर्वाधिक रन करुण नायर ने बनाए। करुण नायर ने 109 गेंदों पर 57 रनों का योगदान दिया, जिसमें 8 चौके शामिल रहे। युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन (38) और ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर (26 रन) के बल्ले से भी उपयोगी रन निकले। इंग्लैंड की तरफ से गस एटकिंसन ने तूफानी गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट हासिल किए। वहीं जोश टंग ने तीन विकेट झटके. चोटग्रस्त तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स ने एक विकेट लिया। ओवल के मैच के दौरान एक ऐसी घटना भी हुई तो इतिहास बन गई। दरअसल चोट के चलते क्रिस वोक्स मैच से बाहर हो गए थे। लेकिन जब टीम संकट में थी तब क्रिस वोक्स मैदान पर उतरे, वह भी एक हाथ के साथ।
वोक्स इंग्लैंड की दूसरी पारी में 9 विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे। जब वोक्स बैटिंग करने उतरे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। मैच मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने भी क्रिस वोक्स की सराहना की। गौतम गंभीर इस तेज गेंदबाज का हौसला बढ़ाते नजर आए। ओवल टेस्ट मैच में पहले दिन के खेल के दौरान लॉन्ग ऑफ बाउंड्री पर फील्डिंग के दौरान क्रिस वोक्स के बाएं कंधे में चोट लग गई थी, इसके चलते वोक्स को मैदान छोड़ना जान पड़ा था। तब वोक्स का कंधा अजीब तरीके से मुड़ गया था। मैदान से बाहर जाने से पहले ये तेज गेंदबाज काफी दर्द में दिखा। जब इंग्लैंड संकट में थी तब वोक्स मैदान पर उतरे और भारतीय टीम के साथ ही दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों के दिल मे जगह बनाई।