• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Thursday, August 14, 2025
news 1 india
  • Login
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel
No Result
View All Result
news 1 india
No Result
View All Result
Home राष्ट्रीय

Indian Army Dog: रिटायरमेंट के बाद आर्मी के कुत्तों का क्या होता है? सच जानकर उड़ जाएंगे होश

Indian Army Dog: भारतीय आर्मी के कुत्तों को रिटायरमेंट के बाद गोली मारी जाती है क्योंकि वे सेना के गुप्त स्थानों के बारे में जानते हैं, जिससे उनका गलत हाथों में पड़ना देश के लिए खतरा बन सकता है। इसके अलावा, अगर कुत्ते बीमार हो जाते हैं और इलाज से ठीक नहीं होते, तो उन्हें भी गोली मारी जाती है।ऐसा सिर्फ देश की रक्षा करने के लिए किया जाता है।

by Ahmed Naseem
January 1, 2025
in राष्ट्रीय
0
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Indian army dog: कुत्ते को हम सबसे वफादार जानवर मानते हैं। ये हमेशा अपने मालिक के साथ वफादार रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय आर्मी के कुत्तों के साथ क्या होता है जब वे रिटायर होते हैं? सुनने में अजीब लगेगा, लेकिन इन कुत्तों को रिटायरमेंट के बाद गोली मार दी जाती है। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है।

आर्मी में कुत्तों को खास ट्रेनिंग दी जाती है। ये कुत्ते कई मुश्किल और खतरनाक कामों में मदद करते हैं, जैसे बॉम्ब डिटेक्शन, सर्च ऑपरेशन, और आतंकवादियों को पकड़ने में। इन कुत्तों को युद्ध के दौरान बेहद जोखिम से गुजरना पड़ता है, लेकिन वो कभी भी अपनी वफादारी में कमी नहीं आने देते।

Related posts

 बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, सेना ने सीमापार आतंकी ठिकाने किए तबाह, इतिहास में मिसाल के तौर पर दर्ज होगा ऑपरेशन सिंदूर

 बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, सेना ने सीमापार आतंकी ठिकाने किए तबाह, इतिहास में मिसाल के तौर पर दर्ज होगा ऑपरेशन सिंदूर

August 14, 2025
Kishtwar

Kishtwar बादल फटना: मचैल माता यात्रा में तबाही, 20 से अधिक की मौत, राहत अभियान जारी

August 14, 2025

क्यों मारी जाती है गोली?

यह जानकर आपको थोड़ी हैरानी होगी कि आर्मी के कुत्तों को पहले रिटायर होने के बाद गोली मार दी जाती थी। इसका कारण देश की सुरक्षा माना जाता था। इन कुत्तों को सेना के कई महत्वपूर्ण और खुफिया स्थानों के बारे में जानकारी होती है। और ये आर्मी के सेफ और खूफिया ठिकानों के बारे में भी जानते थे. अगर ये कुत्ते गलत हाथों में पड़ गए तो देश के लिए यह बड़ा खतरा बन सकते थे।

बीमारी के कारण

अगर आर्मी का कुत्ता रिटायर होने के बाद बीमार हो जाता है और इलाज के बावजूद ठीक नहीं होता, तो उसे भी गोली मारी जाती है। आर्मी का मानना है कि एक कुत्ता, जो देश की सेवा में अपनी जान झोंक चुका है, उसे कष्ट में नहीं जीने दिया जाना चाहिए।

बता दें कि सेना इन कुत्तों को मेरठ स्थित रीमाउंट वेटरनरी कोर्प्स और चंडीगढ़ स्थित नेशनल ट्रेनिंग सेंटर जैसे स्थानों पर प्रशिक्षित देती है। सेना में शामिल होने के बाद, ये कुत्ते गश्त, ट्रैकिंग, विस्फोटक की पहचान, बेस की सुरक्षा और आपदाओं के समय हताहतों की को खोजने जैसे काम को अंजाम देते हैं।

Tags: indian armyRetirement
Share196Tweet123Share49
Previous Post

Badaun: दबंगों,CO के शोषण से परेशान रिक्शा चालक, SSP office के सामने खुद को लगाई आग

Next Post

दूसरी बार मां बनने की तैयारी में Ileana Dcruz, नए साल के पोस्ट ने फैंस को दी खुशखबरी

Ahmed Naseem

Ahmed Naseem

Next Post
दूसरी बार मां बनने की तैयारी में Ileana Dcruz, नए साल के पोस्ट ने फैंस को दी खुशखबरी

दूसरी बार मां बनने की तैयारी में Ileana Dcruz, नए साल के पोस्ट ने फैंस को दी खुशखबरी

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

news 1 india

Copyright © 2017 JNews.

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel

Copyright © 2017 JNews.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version