नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। राजा रघुवंशी हत्याकांड केस की शिलांग की अदालत में सुनवाई हुई। कोर्ट ने मृतक राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी को बयान के लिए तलब किया था। विपिन ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज करवाए। इस दौरान मुख्य आरोपियों में से एक सोनम रघुवंशी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां मजिस्ट्रेट ने विपिन से सोनम की शिनाख्ती करवाई।सोहरा कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने विपिन रघुवंशी ने अपनी गवाही में वीसी के जरिए पेश हुई सोनम की पहचान की और पुष्टि की। सोनम का चेहरा देखते हुए विपिन ने चीखते हुए कहा कि यही है मेरे भाई राजा की कातिल है।
चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की सुनवाई में इन दिनों शिलॉन्ग कोर्ट में लगातार बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मामले में राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी दूसरी बार गुवाहाटी और शिलॉन्ग पहुंचे हैं। बुधवार और गुरुवार दोनों दिन उनके बयान कोर्ट में दर्ज हुए। इसी दौरान मुख्य आरोपी सोनम दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विपिन के सामने पेश हुई। विपिन ने हत्याकांड से जुड़े घटनाक्रमों के बारे में अपनी बात रखी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोनम भी कार्यवाही के दौरान मौजूद रही। विपिन ने सोनम की पहचान की। विपिन ने कोर्ट को बतराया कि इसी ने उनके भाई राजा की हत्या की है। गवाही का सबसे चौंकाने वाला पहलू वह था जो विपिन रघुवंशी ने सोनम के हाव-भाव को लेकर कोर्ट को बताया।
विपिन रघुवंशी ने जज को बताया कि जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर सोनम का चेहरा दिखाया गया, तो उसके चेहरे पर किसी प्रकार की शिकन या पछतावे का कोई भाव नहीं था। गवाह के इस बयान को अभियोजन पक्ष के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह आरोपी के मानसिक स्थिति और घटना में उसकी कथित संलिप्तता को बल देता है। इस हत्याकांड में यह पहचान कार्यवाही बेहद अहम मानी जा रही है। कोर्ट ने सभी पक्षों के बयान दर्ज करने के बाद मामले की अगली सुनवाई की तारीख तय कर दी है। हालांकि, विपिन के बयान आज भी दर्ज किए जाएंगे, वहीं शिलोंग पुलिस द्वारा सौंपे गए सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर अब आगे की न्यायिक कार्यवाही पूरी की जाएगी।
विपिन ने बताया कि गुरुवार को जब उन्हें पहचान के लिए कुछ महिलाओं को दिखाया गया, तब सोनम भी उसी स्क्रीन पर मौजूद थी। कोर्ट के निर्देश पर जैसे ही पहचान करने को कहा गया उन्होंने तुरंत सोनम को पहचान लिया । विपिन का कहना है कि दूसरी बार भी जब सोनम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुई, उसके चेहरे पर किसी प्रकार का डर या पछतावा दिखाई नहीं दिया। इससे पहले बुधवार को भी सोनम और सह-आरोपी राज कुशवाह सहित चारों आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में नजर आए थे। गुरुवार को विपिन से क्रॉस-एग्जामिनेशन भी किया गया। विपिन ने बताया कि 11 नवंबर को पहली बार कोर्ट में उनके बयान दर्ज किए गए थे। कोर्ट ने उन्हें 26 नवंबर की तारीख दे दी। इस बार वे तीन दिन के लिए गए हैं और दोनों दिन उनके बयान रिकॉर्ड हुए हैं।
यह पूरा मामला उस समय शुरू हुआ जब राजा और सोनम अपनी शादी के कुछ दिनों बाद हनीमून के लिए पूर्वोत्तर रवाना हुए। दोनों 21 मई को गुवाहाटी से शिलॉन्ग पहुंचे थे और एक होटल में ठहरे। इसी दौरान इंदौर के रहने वाले विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी भी पास के होटल में रुके थे। जांच में सामने आया कि ये तीनों सोनम और राजा का पीछा कर रहे थे। 22 मई को सोनम ने स्कूटी किराए पर लेकर चेरापूंजी यानी सोहरा घूमने का प्लान बनाया। राजा ने स्कूटी चलाई और वे सोहरा की ओर रवाना हो गए। जब दोनों की जानकारी परिवार से संपर्क बंद हो गई तो मामला मीडिया में पहुंच गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्री और इंदौर सांसद ने भी मेघालय प्रशासन से सर्च ऑपरेशन तेज करने की मांग की। करीब एक हफ्ते की खोज के बाद पुलिस को पता चला कि जिस व्यूपॉइंट पर स्कूटी 18 मिनट खड़ी रही थी, वहां नीचे एक शव दिखाई दे रहा है।
बारिश के बीच चलाए गए रेस्क्यू में आखिरकार 2 जून को एक लाश मिली, जिसे विपिन ने राजा के रूप में पहचाना। 6 सितंबर को मेघालय पुलिस की एसआईटी ने 97 दिन की जांच के बाद 790 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश की, जिसमें सोनम पर अपने प्रेमी राज कुशवाह और तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर पति की हत्या करवाने के आरोप दर्ज किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक 23 मई को राजा की धारदार हथियार से हत्या की गई और शव को गहरी खाई में फेंक दिया गया। इस घटना के बाद सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंची और वहीं पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। सोनम समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या के आरोप हैं जबकि तीन अन्य प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स, लोकेंद्र तोमर और सुरक्षा गार्ड बलबीर सिंह पर सबूत मिटाने के आरोप लगाए गए हैं। ये तीनों फिलहाल जमानत पर बाहर हैं, जबकि सोनम की जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी है।
