नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। आईपीएल IPL 2025 के नए सीजन का आगाज शनिवार को होने जा रहा है। पहला मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स Kolkata Knight Riders और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु Royal Challengers Bangalore के बीच कोलकाता के इडेन गार्डन्स Eden Gardens Kolkata के मैदान पर खेला जाएगा। दोनों टीमों के प्रशंसक भी गदगद हैं और सोशल मीडिया पर जीत-हार को लेकर दावे किए जा रहे हैं। वहीं आईपीएल 2025 IPL 2025 के शंखनाद से ठीक पहले बीसीसीआई BCCI कुछ नए नियम बनाए गए हैं। इस बार आईपीएल IPL में दो गेंद का इस्तेमाल होगा। इसका मकसद ओस के असर को कम करना है।इसके साथ ही लार के इस्तेमाल पर लगी रोक को भी हटा दिया गया है। अब गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
डीआरएस लिए जाने को मंजूरी दी
आईपीएल 2025 का आगाज अब से कुछ घंटे के बाद हो जाएगा। मैच से ठीक पहले गुरुवार को मुंबई के क्रिकेट सेंटर में बीसीसीआई की एक बैठक हुई। जिसमें आईपीएल की सभी टीमें के कप्तान और मैनेजरों को बुलाया गया था। इस मौके पर बीसीसीआई ने कुछ नियमों के बदला और नए नियम बनाए, जिनकी जानकारी कप्तानों को दी। मीटिंग में कमर से ऊपर फेंकी जाने वाली गेंद को नो-बॉल और ऑफ या लेग स्टंप के बाहर होने पर वाइड के लिए डीआरएस लिए जाने को भी मंजूरी दी गई स्लो ओवर रेट के लिए कप्तानों को बैन नहीं किया जाएगा। यह फैसला हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत पर लगे एक-एक मैच के बैन के बाद लिया गया है।
एक और गेंद का इस्तेमाल होगा
इस बार आईपीएल में दो गेंद का इस्तेमाल होगा। मैच की दूसरी पारी में एक और गेंद का इस्तेमाल होगा। दूसरी पारी में गेंद बदलने का नियम 11वें ओवर के बाद लागू होगा। इसका मकसद ओस के असर को कम करना है। अक्सर देखा जाता है कि ओस की वजह से बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम को फायदा होता है। नया नियम यह सुनिश्चित करेगा कि टॉस जीतने वाली टीम को ओस का अनुचित लाभ न मिले। इससे मैच में बराबरी बनी रहेगी। गेंद बदलने का फैसला अंपायरों पर छोड़ा गया है। वे देखेंगे कि ओस है या नहीं। अगर ओस होगी, तो वे गेंद बदल सकते हैं। इसलिए यह नियम ज्यादातर रात के मैचों में ही लागू होगा। दिन के मैचों में शायद ही गेंद बदलने की जरूरत पड़े।
लार पर लगी रोक हटी
इसके साथ ही लार के इस्तेमाल पर लगी रोक को भी हटा दिया गया है। अब गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल कर सकेंगे। लार के इस्तेमाल पर रोक कोविड-19 महामारी के दौरान लगाई गई थी। इसका मकसद वायरस को फैलने से रोकना था। अब महामारी न के बराबर है और इसलिए इस रोक को हटाने की मांग उठ रही थी। मोहम्मद शमी जैसे बड़े खिलाड़ियों ने भी इस बारे में बात की थी। मोहम्मद शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान गेंद पर लार लगाने के नियम में बदलाव करने की मांग की थी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ’मॉडर्न डे क्रिकेट गेंदबाजों के लिए सख्त हो चुका है। रिवर्स स्विंग कराना मुश्किल है, लेकिन आईसीसी ने गेंद पर लार लगाना बैन कर रखा है।
इससे गेंद स्विंग अच्छी होती है
बॉल पर लार लगाने से सबसे ज्यादा मदद तेज गेंदबाजों को मिलती है। इससे गेंद स्विंग अच्छी होती है।जब गेंदबाज बॉल पर लार लगाकर घिसता है, तो बॉल घिसे गए साइड में चिकनी हो जाती है। जबकि दूसरी साइड खुरदुरी हो जाती है। तेज गेंदबाज जब बॉलिंग करता है तो गेंद हवा में खुरदुरी साइड की ओर स्विंग करती है, इसी को रिवर्स स्विंग कहते हैं। ये नई गेंद के साथ पॉसिबल है, जब गेंद पर दोनों तरफ शाइन (चिकनी) रहता है। इसमें गेंदबाज अपने हाथ और कलाइयों की स्किल से गेंद को दोनों तरफ स्विंग करता है। वहीं गेंद पुरानी होने पर रिवर्स स्विंग होने लगती है। रिवर्स स्विंग में बॉल खुरदुरी साइड की ओर हवा में ट्रैवल करती है।
लार लगाने का जुर्म मैच में 3 बार करता है तो
पिछले साल आईपीएल में नियम था, अगर कोई खिलाड़ी गेंद पर लार लगाने का जुर्म मैच में 3 बार करता है तो प्लेयर पर 10 लाख रुपए या 25 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता था। मामले में फील्डिंग टीम के कप्तान को बुलाकर वॉर्निंग दी जाती थी। तीसरी बार गलती करने पर मैच रेफरी खिलाड़ी या टीम के कप्तान पर जुर्माना लगाने का फैसला करता था। बता दें, बीसीसीआई ने भले ही आईपीएल के लिए 2 नए नियम बना लिए, लेकिन ये नियम आईसीसी ने इंटरनेशनल मैचों के लिए अब भी नहीं माने हैं।