Jhansi Medical College : झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड (NICU- नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई) में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। एनआईसीयू वार्ड की खिड़की तोड़कर 37 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जबकि 10 बच्चों की मौत हो गई। आग की घटना के बाद मेडिकल कॉलेज में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। मौके पर जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डीआईजी और दमकल टीम समेत पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
Jhansi Medical College Accident Live :
हॉस्पिटल के बाहर हुए दुखी और नाराज परिवारवाले
झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में 10 बच्चों की मौत हो चुकी है, और इस मामले में तीन बच्चों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इसको लेकर मृतक बच्चों के परिजन बेहद नाराज हैं और उन्होंने डीएनए टेस्ट की मांग की है। अब तक सात बच्चों का पोस्टमार्टम हो चुका है, जबकि चार डॉक्टरों की एक टीम इस प्रक्रिया पर काम कर रही है। परिजनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है और वे अस्पताल के गेट पर इकट्ठा हो गए हैं।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई सामने
बिजनौर में हुए दर्दनाक हादसे पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने X पर एक पोस्ट के जरिए सत्ताधारी भाजपा पर हमला बोला है।
झाँसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने का समाचार बेहद दुखद एवं चिंताजनक है। सबके प्रति संवेदनात्मक श्रद्धांजलि।
आग का कारण ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है। ये सीधे-सीधे चिकत्सीय प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला… pic.twitter.com/639O0QHPPK
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 16, 2024
मल्लिकार्जुन ने दिया सख्त कार्रवाई का निर्देश
PMO ने पीड़ित परिवार के लिए 2 लाख का ऐलान
झांसी के मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना ने उनका मन व्यथित कर दिया है। पीएमओ की ओर से मृतक बच्चों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आग की घटना का संज्ञान लिया है और मृतक बच्चों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। सीएम ने अधिकारियों और अग्निशमन विभाग को राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों को उचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है। यूपी के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री झांसी के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ स्वास्थ्य सचिव भी मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को ‘हृदय विदारक’ बताया और घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने पोस्ट पर लिखा, “जनपद झांसी के मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुए हादसे में बच्चों की मौत अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए गए हैं। मैं प्रभु श्री राम से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) से 12 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
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मुख्यमंत्री के निर्देश पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और स्वास्थ्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा देर रात झांसी के लिए रवाना हो गए। जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुधा सिंह और पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्यों का जायजा लिया। एसएसपी सुधा सिंह ने बताया कि 16 घायल बच्चों का इलाज चल रहा है और उन्हें बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सभी डॉक्टर और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने शुक्रवार को झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू वार्ड) में लगी भीषण आग में कई नवजात शिशुओं की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने इसे अत्यंत दुखद और हृदय विदारक घटना बताया।
डिप्टी सीएम ने दिए जांच के आदेश
सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि नवजात शिशुओं की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम नवजात शिशुओं के शवों की शिनाख्त परिजनों से कराने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटना की पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा और अग्निशमन विभाग की टीम भी जांच प्रक्रिया में शामिल रहेगी।
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का बयान
"फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था। जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी''
''यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम इस बारे में कुछ कह सकते हैं''
''सात नवजात शिशुओं के… pic.twitter.com/ghi71I6ggk
— News1India (@News1IndiaTweet) November 16, 2024
इसके अलावा मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। ब्रजेश पाठक ने कहा कि आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच की जाएगी। अगर किसी तरह की लापरवाही पाई जाती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।