R G Kar rape case : पीड़िता की मां ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने की क्यों इच्छा जताई कहा justice is due

पश्चिम बंगाल में डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में उनकी मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई है। बेटी के लिए न्याय की मांग की। आरोपी को उम्रकैद की सजा मिली, लेकिन परिवार फांसी की मांग कर रहा है।

Justice for Bengal doctor

 Justice for Bengal doctor पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जिस महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना हुई थी, उसकी मां ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई है। उनका कहना है कि वह अपने पति के साथ पीएम मोदी से मिलकर अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने की अपील करना चाहती हैं।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर अपनी बेटी को याद करते हुए मां ने कहा कि अगर एक महिला डॉक्टर अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित नहीं है, तो सुरक्षा कहां है? उन्होंने राज्य की महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल उठाया।

मां ने लगाई पीएम मोदी से मदद की गुहार

डॉक्टर की मां ने कहा,मैं प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हूं और अपनी बेटी के मामले में उनकी मदद चाहती हूं। हम सिर्फ अपनी बेटी के लिए न्याय चाहते हैं।

पिछले साल 9 अगस्त को कोलकाता के सरकारी अस्पताल में 31 वर्षीय जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और निर्मम हत्या की गई थी। इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई थी।

मां ने दुख जताते हुए कहा, हमारी बेटी के सपने बहुत बड़े थे। हमने कभी नहीं सोचा था कि उसकी जिंदगी इस तरह खत्म हो जाएगी। सात महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक हमें न्याय नहीं मिला। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक उन्हें अपनी बेटी की मौत का प्रमाण पत्र तक नहीं मिला है।

पीएम मोदी से मिलने की प्रक्रिया जारी

बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलने के लिए एक प्रक्रिया होती है। उन्होंने भरोसा जताया कि पीएम मोदी निश्चित रूप से इस मुलाकात के लिए समय निकालेंगे और उनकी अपील को गंभीरता से सुनेंगे।

ममता बनर्जी की सरकार ने क्या किया

तृणमूल कांग्रेस की नेता और राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि,इस देश में हर किसी को प्रधानमंत्री से मिलने का अधिकार है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में सबसे पहले कदम उठाया था। अपराधी को गिरफ्तार किया था और जांच एजेंसियां अपनी प्रक्रिया पूरी कर रही हैं।

दोषी को सजा, लेकिन इंसाफ अभी बाकी

20 जनवरी को कोलकाता पुलिस के नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हालांकि, सीबीआई और राज्य सरकार दोनों ने संजय को फांसी की सजा देने की मांग करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट में अपील दायर की थी। 7 फरवरी को हाई कोर्ट ने सीबीआई की याचिका स्वीकार कर ली, लेकिन राज्य सरकार की अपील को ठुकरा दिया। अब यह देखना होगा कि क्या दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिलती है या नहीं।

इस घटना ने महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। डॉक्टर की मां का दर्द साफ झलकता है और वह सिर्फ अपनी बेटी के लिए न्याय चाहती हैं। अब यह देखना होगा कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद इस मामले में कोई नया मोड़ आता है या नहीं।

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