लालकृष्ण आडवाणी की कल से तबियत खराब, ICU में हुए शिफ्ट, डॉक्टरों ने दी राहत की खबर

देश के पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनका इलाज जारी है। अस्पताल ने उनके स्वास्थ्य की ताजा जानकारी दी है, जिसमें उनकी स्थिति को स्थिर बताया गया है।

LK Advani : देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का इलाज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में चल रहा है। वे वर्तमान में डॉक्टरों की निगरानी में हैं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बताई जा रही है। पिछले दो हफ्तों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके बाद उन्हें इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

शनिवार को अस्पताल द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, आडवाणी को चिकित्सा प्रबंधन और जांच के लिए अपोलो अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है। वे प्रमुख न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. विनीत सूरी के देखरेख में हैं और उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बनी हुई है। हालांकि अस्पताल ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि उन्हें आईसीयू में भर्ती क्यों किया गया, लेकिन एक सूत्र के अनुसार, 97 वर्षीय आडवाणी को दो दिन पहले अस्पताल लाया गया था। इस साल अगस्त महीने में भी आडवाणी को अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां वे डॉ. विनीत सूरी के निगरानी में थे और उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था।

तीन बार रहे BJP के राष्ट्रिय अध्यक्ष

लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को कराची (जो वर्तमान पाकिस्तान में स्थित है) में हुआ था। उन्होंने हाल ही में 8 नवंबर को अपना 97वां जन्मदिन मनाया। आडवाणी 1942 में एक स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े थे। वह 1986 से 1990, फिर 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।

यह भी पढ़ें : पांच महीने पहले हुई थी शादी, पेट के लिए वो काम पर गया लेकिन वापस लौटी उसकी लाश, जाने पूरा मामला

भा.ज.पा. की स्थापना (6 अप्रैल, 1980) के बाद वे पार्टी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष पद पर रहने वाले नेता रहे। इसके अलावा, उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में 1999 से 2005 तक भारत के गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, हालांकि पार्टी को सफलता नहीं मिली। 30 मार्च, 2024 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया।

 

Exit mobile version