Maharashtra Election : ‘कैश कांड’ में उलझे विनोद तावड़े, संजय राउत ने बताया खिलाफ रचि जा रही साजिश

महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है। इससे एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर नालासोपारा में पैसे बांटने का आरोप लगा है।

Maharashtra Election

Maharashtra Election : महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है। इससे एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर नालासोपारा में पैसे बांटने का आरोप लगा है। इसे लेकर महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। शिवसेना (उद्धव) नेता संजय राउत ने इस मुद्दे पर भाजपा को घेरा है और बड़ा आरोप लगाया है। संजय राउत ने ‘बांटेंगे तो काटेंगे’ नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज यह साबित हो गया है कि भाजपा के लोग पैसे बांटेंगे तभी जीतेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विनोद तावड़े को भाजपा ने साजिश के तहत फंसाया है।

संजय राउत ने किया हमला

संजय राउत ने कहा कि विनोद तावड़े भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं। वे महाराष्ट्र के बड़े नेता भी रहे हैं। वे देशभर में चुनावों के दौरान इस तरह का काम करते रहे हैं। उनके पास बड़ी जिम्मेदारी है, पैसे बांटने का अनुभव है। लेकिन जिस तरह से लोगों ने उन्हें घेरा है, उससे साफ है कि भाजपा के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है। विनोद तावड़े पर भाजपा के कुछ नेता नजर रख रहे हैं। क्योंकि यह समझ में नहीं आ रहा है कि इतने सालों से ऐसा काम करने वाला नेता कैसे पकड़ा गया। देवेंद्र फडणवीस को बताना चाहिए कि सिर्फ विनोद तावड़े ही क्यों। अगर भाजपा में नैतिकता है तो उसे विनोद तावड़े के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

यह भी पढ़ें : पेरिस से दिल्ली आ रही फ्लाइट को बीच रास्ते में ही छोड़ गए पायलट, यात्रियों ने खूब किया हंगामा

चुनाव आयोग ने की कार्रवाई

दरअसल, विनोद तावड़े पर नालासोपारा में पैसे बांटने का आरोप लगा है। इस संबंध में अब चुनाव आयोग ने जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत एफआईआर दर्ज की है। तावड़े के साथ-साथ भाजपा उम्मीदवार राजन नाइक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।

विनोद तावड़े ने क्या कहा

पैसे बांटने के आरोपों पर विनोद तावड़े ने सफाई दी है। उनका कहना है कि यह उनके खिलाफ साजिश है और चुनाव आयोग को इसकी निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। तावड़े ने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं से मिलने गया था। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। यह महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं की साजिश है। पुलिस और चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए।

Exit mobile version