Maharashtra Crime: महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे की बेटी कृषिका खडसे के साथ छेड़छाड़ की घटना घटी। यह घटना महाशिवरात्रि के बाद शुक्रवार को मुक्ताईनगर तालुका में आयोजित संत मुक्ताई यात्रा मेले के दौरान हुई। जानकारी के अनुसार, कृषिका अपनी सहेलियों के साथ मेले में गई थीं, तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने उनके साथ अशोभनीय हरकत करने की कोशिश की। आरोपियों ने न केवल कृषिका और उनकी सहेलियों को परेशान किया, बल्कि उनके अंगरक्षकों के साथ भी दुर्व्यवहार किया। इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश फैला दिया है और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रक्षा खडसे ने पुलिस से की सख्त कार्रवाई की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे तुरंत सक्रिय हो गईं और अपने समर्थकों के साथ Maharashtra मुक्ताईनगर पुलिस स्टेशन पहुंचीं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छेड़छाड़ करने वाले युवकों ने न केवल कृषिका और उनकी सहेलियों को निशाना बनाया, बल्कि उनके अंगरक्षकों के साथ भी धक्का-मुक्की और बहस की। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।
सोशल मीडिया पर मचा हड़कंप, बढ़ी कानून-व्यवस्था पर बहस
यह घटना सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गई है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) सहित अन्य प्लेटफॉर्म्स पर लोगों ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों ने इसे महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की विफलता बताया, जबकि कई ने दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की।
रक्षा खडसे ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए कहा कि उनकी बेटी के साथ जो हुआ वह निंदनीय है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की कार्रवाई पर टिकी निगाहें, सरकार पर बढ़ा दबाव
घटना के बाद Maharashtra प्रशासन ने क्षेत्र में अतिरिक्त Maharashtra पुलिस बल तैनात कर दिया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को रोका जा सके। इस घटना ने महिलाओं की सुरक्षा और सार्वजनिक स्थानों पर उनकी स्वतंत्रता को लेकर नई बहस छेड़ दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि, यह मामला राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।