इस दौरान जेपीसी सदस्य और सहारनपुर के सांसद इमरान मसूद ने कहा कि आज के दौर में माहौल बनाने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें (सरकार) नहीं पता कि वक्फ क्या है? वक्फ संविधान का ऐसा कानून है जिसमें जिसने हमें कई अधिकार दिए हैं। संविधान ने हमें अपने धर्म का पालन करने के लिए कहा है। और हमें यह बिल किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है। अभी मुस्लिम समुदाय की बारी है, कल सभी मंदिरों की बारी होगी। इस सरकार की नीयत ठीक नहीं है। वहीं, वो आगे कहने लगे कि आजादी के बाद सबसे बड़ा हमला अब मुसलमानों पर किया जा रहा है।
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वक्फ संशोधन(Waqf Amendment) एक्ट को लेकर विरोध सभा में जेपीसी सदस्य और सांसद मुजीबुर रहमान ने कहा कि यह लड़ाई हमसे नहीं बल्कि खुदा से है। मुसलमान तो बस बहाना है, इनका काम देश को कमजोर करना है। इन्हें हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई किसी पर कोई रहम नहीं है। हम सभी समुदाय के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इस दौरान वक्फ संशोधन एक्ट को लेकर विरोध सभा में ऐलान किया गया है कि 24 नवंबर को दिल्ली मार्च निकाला जाएगा। विरोध सभा में मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि सरकार धार्मिक भावनाओं को भड़काने वालों का साथ दे रही है। हम जाग चुके हैं, हमारी जमीनों पर कब्जा करने की हिम्मत किसी में नहीं है। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम सारे कानून तोड़ देंगे। जयपुर से चलेंगे तो दिल्ली तक जाम लगना चाहिए। हमें अपनी ताकत और संख्या दिखानी है।