नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर महाराष्ट्र में प्रदर्शन हुए। जिसके कारण नागपुर में हिंसा भड़क गई। दंगाईयों ने आगजनी और पथराव किया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उपद्रवियों पर काबू करते हुए शिकंजा कसना शुरू किया। मुकदमा दर्ज हुआ और मास्टरमाइंड फहीम खान के अलावा 99 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। अब सीएम देवेंद्र फडणवीस ( देवाभाऊ) ने दंगाईयों पर जबरदस्त पलटवार किया है। पुलिस-प्रशासन ने बुलडोजर के जरिए मास्टरमाइंड फहीम खान के दो मंजिला मकान का अगला हिस्सा ढहा दिया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, औरंगजेब की कब्र को लेकर 17 मार्च को नागपुर के कई हिस्सों में दंगे हुए। सरकार ने हिंसा बढ़ने से रोकने के लिए कर्फ्यू लगा दिया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि यह हिंसा आकस्मिक नहीं भड़की थी बल्कि यह एक सोचीसमझी साजिश थी। जांच में पता चला कि नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड फहीम खान है। फहीम ने सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ पोस्ट किए। लोगों को वॉट्सऐप मैसेज भेजकर एकत्र होने का कहा। उनसे भड़काऊ बातें कहीं जिसके बाद दंगे भड़के। दंगाईयों ने लोगों के घर, वाहनों पर आग लगाई। पुलिस पर पथराव किया। डीएसपी समेत तीन दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने अभी तक फहीम खान समेत 99 दंगाईयों को अरेस्ट कर जेल भेजा है।
और कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी
उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया कि दंगाईयों के घर बुलडोजर चलेगा। इसके अलावा उन्होंने दंगे में हुए नुकसान की भरपाई भी दंगाईयों से ही करने का ऐलान किरने के साथ ही कहा था कि दंगाई अगर कब्र के अंदर होंगे तो उन्हें बाहर लाया जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। सीएम देवेंद्र फडणवीस के ऐलान के बाद नागपुर महानगर पालिका ने फहीम खान के संजय बाग कॉलोनी स्थित घर को नोटिस दिया। नोटिस में कहा गया कि उनका मकान अवैध कब्जे पर बना है। उन्हें 24 घंटे के अंदर इसे हटाने को कहा गया। मियाद पूरी होने के बाद नगर निगम की टीम ने कब्जे पर बुलडोजर चलाया।
महाराष्ट्र में यह पहली कार्रवाई
नागपुर पुलिस और नगर निगम के अधिकारी सोमवार की सुबह बुलडोजर के साथ संजय बाब कॉलीनी में पहुंचे। कॉलोनी में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई। अफसरों की टीम जेसीबी लेकर पहुंची और फहीम खान के दो मंजिला घर को तोड़क कार्रवाई शुरू हुई। चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिकबल के जवानों के अलावा पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। इस इलाके में कईदिनों तक कर्फ्यू लगा था। रविवार को कर्फ्यू हटा दिया गया। इसी के बाद दंगाई के घर को बुलडोजर से जमीदोज कर दिया गया। कुछ लोग अपने-अपने घरों से बाहर आए, लेकिन पुलिस के सख्त पहरे के चलते वह देहरी पार नहीं कर सके। महाराष्ट्र में यह पहली बार है जब दंगों के किसी आरोपी की संपत्ति पर एमएमसी ने इस तरह की कार्रवाई की है।
जिसके कारण नागपुर में दंगे फैल गए
साइबर सेल के डीसीपी लोहित मतानी ने बताया कि फहीम खान अल्पसंख्यक लोकतांत्रिक पार्टी का नेता है। उसने (फहीम खान) औरंगजेब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का वीडियो एडिट करके शेयर किया, जिसके कारण नागपुर में दंगे फैल गए। फहीम खान ने हिंसक वीडियो को भी महिमामंडित किया। उसे 19 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। वह पुलिस हिरासत में है। पुलिस के मुताबिक नागपुर हिंसा में तीन सौ से अधिक दंगाईयों की पहचान की गई है। इनमें से 99 को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। बचे दंगाईयों की तलाश में 18 टीमें ऑपरेशन चलाए हुए हैं। पुलिस की जांच में आया है कि नागपुर दंगा एक साजिश के तहत करवाया गया। अब जांच का दायरा भी बढ़ गया है। एनआईए-एटीएस ने भी पड़ताल शुरू कर दी है।