विवादित धर्मगुरु नित्यानंद की मृत्यु या महज अफवाह, सेक्स स्कैंडल और कथित देश ‘कैलासा’ को लेकर विवादों में रहे

मीडिया में नित्यानंद की मौत की अफवाहें हैं, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। उनका ‘कैलासा’ देश भी रहस्य बना हुआ है, और विवादों से घिरे रहे हैं।

Nithyanand death rumors and controversy-विवादित धर्मगुरु नित्यानंद के निधन की खबरें मीडिया में तेजी से फैल रही हैं। तमिलनाडु के कई मीडिया आउटलेट्स में यह दावा किया जा रहा है कि भगोड़े नित्यानंद का निधन हो चुका है। हालांकि, अभी तक इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि नित्यानंद अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। न ही उनके समर्थकों या आधिकारिक सूत्रों से कोई ठोस जानकारी सामने आई है। ऐसे में जब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं होता, तब तक इन खबरों को सिर्फ अटकलें ही माना जा रहा है।

विवादों से भरा रहा है नित्यानंद का जीवन

नित्यानंद का जीवन हमेशा विवादों से घिरा रहा है। वह कई बार अपने बयानों और दावों के कारण चर्चा में रहे हैं। साल 2010 में उनका नाम एक अभिनेत्री के साथ कथित सेक्स स्कैंडल में सामने आया था। इस घटना ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसके बाद उनके खिलाफ रेप के गंभीर आरोप भी लगे, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई थीं। उनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की गईं और पुलिस जांच भी हुई। इसके बावजूद, वह लगातार खुद को निर्दोष बताते रहे।

‘कैलासा’ की स्थापना और भारत से फरारी

2019 में नित्यानंद के भारत से फरार होने की खबर सामने आई थी। इसके बाद उन्होंने खुद को ‘कैलासा’ नामक एक अलग देश का संस्थापक घोषित कर दिया था। उन्होंने दावा किया था कि यह एक आध्यात्मिक राष्ट्र है, जहां उनके अनुयायी बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के आध्यात्मिक जीवन बिता सकते हैं।

इस कथित राष्ट्र की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए नित्यानंद अपने अनुयायियों से लगातार जुड़े रहे। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वह वास्तव में कहां रह रहे थे और कैलासा नामक यह कथित देश कहां स्थित है।

महज अफवाह भी हो सकती है ये खबर

अब तक नित्यानंद की मौत को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। उनके करीबी लोग या कथित कैलासा प्रशासन ने भी इस खबर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसलिए, जब तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आता, तब तक इसे सिर्फ एक अफवाह भी माना जा सकता है।

मीडिया संस्थान इस खबर की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सके हैं। सोशल मीडिया पर भी इस खबर को लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं, लेकिन सत्यता की पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. news1india इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें.

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