North Sikkim landslide and flood crisis उत्तर सिक्किम में लगातार बारिश और बार-बार हो रहे भूस्खलन ने हालात को गंभीर बना दिया है। 1400 से ज्यादा पर्यटक सड़कों के बंद हो जाने के कारण जगह-जगह फंसे हुए हैं। भूस्खलन के चलते कई मुख्य सड़कें पूरी तरह से बंद हैं, जिससे आवागमन रुक गया है।
मंगन जिले में रेड अलर्ट
सिक्किम सरकार ने मंगन जिले में रेड अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा गहरा गया है। पुलिस अधीक्षक सोनम डेचु भूटिया के अनुसार कई जगहों पर रास्ते पूरी तरह से बंद हैं। पर्यटकों को होटल से बाहर न निकलने की सख्त सलाह दी गई है।
हादसे का शिकार हुआ पर्यटक वाहन
गुरुवार को चुंगथांग से मुन्सिथांग जा रही एक पर्यटक गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर करीब 1000 फीट नीचे तीस्ता नदी में जा गिरी। उस गाड़ी में 11 लोग सवार थे। एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है।
दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
8 लोग अब भी लापता हैं, जिनमें 4 ओडिशा, 2 त्रिपुरा और 2 उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।
लापता लोगों में प्रतापगढ़ (यूपी) के कौशलेंद्र प्रताप सिंह और अंकिता सिंह भी शामिल हैं।
हादसे के बाद से वाहन चालक का भी कोई सुराग नहीं मिला है।
बारिश और भूस्खलन की वजह से राहत और बचाव कार्य में भारी दिक्कतें आ रही हैं।
सीमांचल की नदियों में उफान
नेपाल में तेज बारिश के बाद बिहार के सीमांचल इलाके में बहने वाली महानंदा, मेची, कनकई, चेंगा, नूना और बकरा नदियां उफान पर हैं। इनका जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
अररिया जिले में नूना और बकरा नदियां अपने किनारों से बाहर बह रही हैं, जिससे कई गांवों में 3 से 4 फीट तक पानी घुस चुका है। अस्थायी पुल बह गए हैं और ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।