Pakistani Guests Banned on TV Debates भारतीय न्यूज चैनलों पर अब पाकिस्तान के पैनलिस्ट और कमेंटेटर नजर नहीं आएंगे। नेशनल ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (NBDA) ने बड़ा कदम उठाते हुए रविवार को अपने सभी मेंबर चैनलों को सलाह दी है कि वे पाकिस्तान के किसी भी व्यक्ति को टीवी बहसों या चर्चा में न बुलाएं।
सरकार की चिंता के बाद उठाया गया कदम
इस फैसले की वजह हाल ही में पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ा तनाव बताया गया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इस मामले को लेकर एनबीडीए का ध्यान उन चैनलों की ओर खींचा जो ऐसे पाकिस्तानी पैनलिस्टों को बुलाते हैं जो भारत के खिलाफ झूठा प्रचार करते हैं। मंत्रालय का कहना है कि यह देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा है।
संपादकों को दी गई सख्त सलाह
एनबीडीए ने सभी टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े संपादकों को पत्र भेजा है। इसमें लिखा गया है कि पाकिस्तान से आने वाले वक्ताओं को ऐसे मंच न दिए जाएं जहां वे भारत विरोधी बयानबाजी कर सकें। उन्होंने कहा कि इन लोगों के विचार कई बार राष्ट्र विरोधी होते हैं और इससे देश के माहौल पर बुरा असर पड़ता है।इसलिए सभी मीडिया हाउस को अपने कार्यक्रमों में सावधानी बरतनी चाहिए और ऐसा कोई कंटेंट दिखाने से बचना चाहिए जो देश के खिलाफ इस्तेमाल हो सके।
चैनलों से कहा, दिखाएं जिम्मेदारी
एनबीडीए ने खासतौर पर यह कहा कि संपादकों को अपने फैसलों में पूरी जिम्मेदारी और समझदारी दिखानी चाहिए। चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म को भारत विरोधी सोच फैलाने का जरिया नहीं बनने देना चाहिए। इसलिए सभी से अपील की गई है कि वे पूरी गंभीरता से इस सलाह का पालन करें और अपने कंटेंट पर सख्त निगरानी रखें।
तनाव के बीच उठाया गया सख्त कदम
यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर तल्खी देखी जा रही है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने कई रणनीतिक कदम उठाए हैं और इस फैसले को भी उसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है। यह फैसला न सिर्फ एक संदेश है, बल्कि मीडिया की भूमिका को लेकर भी एक चेतावनी है कि वे अनजाने में भी देश विरोधी सोच को न फैलने दें।