Maharashtra Cabinet : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में आज पहला कैबिनेट विस्तार हो रहा है, जिसके लिए शिवसेना, एनसीपी और बीजेपी के विधायकों को फोन किया गया है। जिन विधायकों को फोन आया है, उनके मंत्री बनने की संभावना है, लेकिन इस विस्तार को लेकर नाराजगी भी देखने को मिल रही है। शिवसेना नेता नरेंद्र भोंडेकर ने उप नेता पद से इस्तीफा दे दिया है, जबकि केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी विस्तार पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। अठावले का कहना है कि वादों को पूरा नहीं किया जा रहा है।
भंडारा-पवनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक और तीन बार के एमएलए नरेंद्र भोंडेकर ने अपनी नाराजगी सार्वजनिक रूप से जताई है। उन्होंने शिवसेना के उप नेता और विदर्भ संयोजक के पद से इस्तीफा दे दिया, क्योंकि उन्हें मंत्री बनाए जाने का वादा किया गया था, लेकिन कैबिनेट में उन्हें जगह नहीं मिली। अब इस इस्तीफे के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या भोंडेकर कैबिनेट विस्तार से खुश नहीं हैं, और राज्य की सियासी हलचलों में इस मुद्दे पर चर्चा शुरू हो गई है।
सितंबर में भी हुई थी चर्चा
सितंबर में ऐसी खबरें सामने आई थीं कि विधायक नरेंद्र भोंडेकर को तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नागपुर स्थित आवास में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। खबरों में कहा गया था कि मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘रामगिरी’ का गेट नहीं खोला गया, जिससे उन्हें वापस लौटना पड़ा। हालांकि, नरेंद्र भोंडेकर ने इन रिपोर्ट्स को नकारते हुए स्पष्ट किया था कि दस मिनट बाद उन्हें शिंदे साहब का फोन आया, जिन्होंने उन्हें मिलने के लिए बुलाया था।
आरपीआई के प्रमुख रामदास अठावले ने कहा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें मंत्री पद देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने यह वादा पूरा नहीं किया। अठावले ने बताया कि वह इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह से भी मिल चुके हैं। अमित शाह ने उन्हें फडणवीस से बात करने को कहा है। अब वह अगले दो दिन में एक बार फिर दिल्ली जाएंगे और इस मुद्दे पर दोबारा चर्चा करेंगे।