PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय मॉरीशस के दौरे पर हैं, जहां उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया है। यह सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय नेता बन गए हैं। इस दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने पीएम मोदी को “मारा भाई मोदी जी” कहकर संबोधित किया, जो दोनों देशों के घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है। इससे पहले, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने भी पीएम मोदी को अपना बड़ा भाई बताया था।
प्रवासी भारतीयों से आत्मीय मुलाकात
अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान, पीएम मोदी ने मॉरीशस में बसे भारतीय समुदाय से मुलाकात की और उनसे भोजपुरी में संवाद किया। उन्होंने भावुक अंदाज में कहा,
“नमस्ते… आप लोग ठीक हव ना? आज हमके मॉरीशस के धरती पर आप लोगन के बीच आके बहुत खुशी होत बा।”
पीएम मोदी के इस आत्मीय संबोधन ने प्रवासी भारतीयों का दिल जीत लिया। वहां मौजूद लोगों ने जोश और गर्व के साथ उनका स्वागत किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बिहार और पूर्वांचल की संस्कृति और परंपरा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और इसका गौरव फिर से स्थापित करने की जरूरत है।
बिहार के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की ऐतिहासिक विरासत पर जोर देते हुए कहा कि,
“एक समय था जब बिहार समृद्धि का केंद्र हुआ करता था। जब दुनिया के कई हिस्सों में शिक्षा का नाम भी नहीं था, तब बिहार में नालंदा जैसा बड़ा शिक्षण संस्थान था, जहां दुनियाभर से छात्र ज्ञान अर्जित करने आते थे।”
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बिहार और पूर्वांचल का सामर्थ्य अपार है, और अगर सभी मिलकर प्रयास करें, तो इस क्षेत्र को फिर से अपनी पुरानी प्रतिष्ठा दिलाई जा सकती है।
भारत और मॉरीशस के रिश्तों को और मजबूत करने का वादा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे के दौरान मॉरीशस के साथ भारत के मजबूत रिश्तों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत और मॉरीशस का संबंध केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि भावनात्मक भी है। यहां बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जो भारत और मॉरीशस के बीच एक मजबूत सांस्कृतिक सेतु का काम करते हैं। साथ ही, उन्होंने बिहार की समृद्ध विरासत पर चर्चा करते हुए इसे फिर से विश्व पटल पर लाने की बात कही।