SCO Summit: नई दिल्ली से चीन तक गूंजी भारत की आवाज,पीएम मोदी का साफ संदेश,आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस का ऐलान

चीन में हुए एससीओ शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर सख्त रुख अपनाया। पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इसके खिलाफ दुनिया को एकजुट होना होगा।

PM Modi in SCO Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सदस्य देशों के सामने भारत का दृष्टिकोण रखा और वैश्विक मंच से आतंकवाद के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया।

पहलगाम हमले का जिक्र

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत या कोई भी देश उग्रवाद, अलगाववाद और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने साफ कहा कि यह हमला सिर्फ भारत पर नहीं बल्कि पूरी मानवता पर सीधा वार था।

भारत की भूमिका और दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एससीओ में भारत की भूमिका हमेशा सकारात्मक रही है। उन्होंने संगठन की नीति और दृष्टिकोण को तीन स्तंभों पर आधारित बताया

S का मतलब Security (सुरक्षा)

C का मतलब Connectivity (संपर्क)

O का मतलब Opportunity (अवसर)

उन्होंने स्पष्ट किया कि यही तीन स्तंभ भारत की नीतियों और एससीओ में उसके योगदान की दिशा तय करते हैं।

आतंकवाद पर कड़ा संदेश

पीएम मोदी ने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का दर्द झेल रहा है। उन्होंने कहा, “आतंकवाद किसी एक देश के लिए ही खतरा नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए साझा चुनौती है। किसी भी समाज या नागरिक को यह नहीं सोचना चाहिए कि वे इससे सुरक्षित हैं।”

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद पर कोई दोहरा रवैया नहीं अपनाया जा सकता। दुनिया के हर देश को मिलकर आतंकवाद की हर शक्ल और रंग का विरोध करना होगा।

सहयोग और एकता का आह्वान

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकता का समर्थन किया है। उन्होंने याद दिलाया कि भारत ने संयुक्त सूचना अभियान चलाकर अल-कायदा और उससे जुड़े संगठनों के खिलाफ कदम उठाए। साथ ही आतंकवाद के लिए धन जुटाने और उसकी फंडिंग को रोकने की दिशा में भी भारत ने ठोस पहल की।

विकास का आधार है शांति

मोदी ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की का आधार सुरक्षा, शांति और स्थिरता होती है। लेकिन आतंकवाद और उग्रवाद इस राह में सबसे बड़ी बाधाएं हैं। उन्होंने साफ कहा कि यह मानवता का कर्तव्य है कि हम सब मिलकर आतंकवाद को खत्म करने की दिशा में काम करें।

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