नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। एक दशक के बाद भारत की राजनीति की सबसे बड़े खबर रविवार को सामने आई। जब पीएम बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय केशव कुंज पहुंचे। उन्होंने आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर (गुरुजी) के स्मारक स्मृति मंदिर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे दीक्षाभूमि गए और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी।
नागपुर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी 2013 में बतौर गुजरात के सीएम रहते हुए आरएसएस के मुख्यालय नागपुर गए थे। 2014 में बीजेपी ने उन्हें प्रधानमंत्री कैंडीडेट घोषित किया। चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली। अटल बिहारी वाजपेयी के बाद दूसरे स्वयं सेवक को देश की कमान मिली। करीब 12 बरस के बाद रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी आरएसएस के मुख्यायल पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडवणीस, केंद्रय मंत्री नितिन गडकरी समेत अन्य नेताओं ने किया।
आरएसएस चीफ से मिले पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी आरएसएस चीफ मोहन भागवत से मिले। दोनों के बीच बातचीत हुई। पीएम नरेंद्र मोदी आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर (गुरुजी) के स्मारक स्मृति मंदिर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। पीएम नरेंद्र मोदी मोदी ने विजिटर बुक में मैसेज लिखकर हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे दीक्षाभूमि गए और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। दीक्षाभूमि आरएसएस कार्यालय के नजदीक ही है। यहां डॉ. भीमराव अंबेडकर ने अपने अनुयायियों के साथ 1956 में बौद्ध धर्म अपनाया था। पिछले साल पीएम मोदी यहां पहुंचकर ध्यान लगाया था
2013 में आए थे पीएम नरेंद्र मोदी
16 सितंबर 2012 को तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी आरएसएस के पूर्व सरसंघचालक केएस सुदर्शन को श्रद्धांजलि देने आरएसएस मुख्यालय पहुंचे थे। 16 सितंबर 2012 को तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी आरएसएस के पूर्व सरसंघचालक केएस सुदर्शन को श्रद्धांजलि देने आरएसएस मुख्यालय पहुंचे थे। पीएम मोदी आखिरी बार 16 जुलाई 2013 को लोकसभा चुनाव 2014 की एक बैठक के सिलसिले में आरएसएस मुख्यालय आए थे।
8 साल की उम्र से आरएसएस से जुड़े पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 साल की उम्र में ही आरएएस से जुड़ गए थे। उन्होंने संघ की शाखाओं में जाना शुरू कर दिया था। 1971 में दिल्ली में जनसंघ और आरएसएस नेताओं के साथ बांग्लादेश आंदोलन के समर्थन में प्रोटेस्ट करने के चलते मोदी जेल भी गए थे। 1972 में मोदी आरएसएस प्रचारक बन गए थे। इसके बाद वो अहमदाबाद के हेडगेवार भवन में बैठने लगे। यहीं से संघ के बड़े नेताओं से मोदी का संपर्क बढ़ा। 1970 के दशक में नरेंद्र मोदी ने आरएसएस प्रचारक के तौर पर काम किया।
ऐसे आरएसएस का हिस्सा बने पीएम नरेंद्र मोदी
अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के पॉडकास्ट में पीएम नरेंद्र मोदी ने आरएसएस से जुड़ने के किस्से के बारे में बताया। उन्होंने कहा, हमारे गांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा थी, जहां हम खेलते थे और देशभक्ति के गीत गाते थे। उन गीतों की कुछ बातें मुझे बहुत छू गईं। उन्होंने मेरे अंदर कुछ हलचल पैदा कर दी और इस तरह मैं आखिरकार आरएसएस का हिस्सा बन गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने लेक्स को बताया कि आरएसएस से जुड़ने के बाद मैं देश सेवा में जुट गया। पूरे देश की यात्रा की। आरएसएस से ही मुझे समाजसेवा की प्रेरणा मिली।
आरएसएस से ही निकले हैं पीएम नरेंद्र मोदी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस सीधे तौर पर राजनीति तो नहीं करता, लेकिन उसकी नर्सरी से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते हैं। जहां से निकले नेता देश के 10 राज्यों में मुख्यमंत्री और 16 राज्यों में राज्यपाल हैं। बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री अटल जी भी एक स्वयं सेवक थे। आरएसएस की पाठशाला से अटल जी भी निकले और पूरा जीवन समाजसेवा के लिए समर्पित कर दिया। आरएसएस एक ऐसा संगठन है, जो लोगों के अंदर देशभक्ति भरने का काम करता है।
पीएम मोदी के दौरे को लेकर खास तैयारियां
बता दें, गुड़ी पड़वा के मौके पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर नागपुर में खास तैयारियां की गई हैं। एयरपोर्ट पर आगमन से लेकर स्मृति मंदिर, दीक्षाभूमि और माधव नेत्रालय कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पीएम की सुरक्षा को लेकर 4 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, सीआरपीएफ की 5 यूनिट और 1500 होमगार्ड सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। दूसरे जिलों से करीब 150 अधिकारियों को बुलाया गया है।
एक्सटेंशन बिल्डिंग की आधारशिला रखेंगे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी जिस माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की नई एक्सटेंशन बिल्डिंग की आधारशिला रखेंगे, उसकी स्थापना 2014 में हुई थी। यह नागपुर का एक मुख्य सुपर स्पेशलिटी ऑप्थेल्मिक केयर फैसिलिटी सेंटर है। इसे गुरुजी माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर की याद में बनाया गया था। इसके आगामी प्रोजेक्ट में 250-बेड का हॉस्पिटल, 14 बाह्य रोगी विभाग और 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर शामिल होंगे। इसका उद्देश्य लोगों को सस्ती और वर्ल्ड क्लास आइ केयर सर्विस देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी नागपुर में सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड के गोला-बारूद संयंत्र का दौरा भी करेंगे।
47 स्थानों पर होगा पीएम मोदी का स्वागत
बता दें कि संघ के शताब्दी वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरएसएस मुख्यालय के दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है। सांविधानिक पद पर रहते हुए पीएम मोदी का संघ मुख्यालय में यह पहला दौरा है। महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नागपुर आगमन पर पूरे विदर्भ में उत्साह है। 47 स्थानों पर उनके स्वागत की तैयारी की गई है।