DNA Test Russia People : रूस और यूक्रेन के बीच पिछले तीन साल से चल रही युद्ध ने कई भारतीय नागरिकों और युवाओं को वहां फंसा दिया है, और अब उनके परिवार के सदस्य उन्हें घर लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, एक साल से अधिक समय बीतने के बावजूद, उन्हें वापस लाना परिवारों के लिए मुश्किल हो रहा है।
इसी बीच, रूस सरकार ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से उन भारतीय नागरिकों के परिवारों के डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट मांगी है जो रूस की सेना में भर्ती हुए या लापता हो गए थे। इसके बाद, भारत सरकार ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आज, बुधवार को पारिवारिक सदस्यों के डीएनए टेस्ट करवाने का निर्णय लिया है। इसके बाद, ये रिपोर्ट रूस सरकार को भेजी जाएगी। पारिवारिक सदस्यों का यह भी कहना है कि डीएनए टेस्ट करवाने के बाद वे कुछ दिनों में रूस जाएंगे, ताकि अपने रिश्तेदारों को ढूंढ सकें।
यह भी पढ़ें : राम मंदिर के पुजारी महंत सत्येंद्र दास का निधन, 87 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
डीएनए टेस्ट के लिए एक विशेष समूह बनाया गया है। पहले समूह में दो परिवारों के सदस्यों का टेस्ट किया जाएगा, उसके बाद चार-चार परिवारों के सदस्य आगे की प्रक्रिया में शामिल होंगे। हालांकि, डीएनए टेस्ट करवाने वाले परिजनों ने आरोप लगाया कि रूस सरकार द्वारा 10 से 12 दिन पहले डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट की मांग की गई थी, लेकिन भारत सरकार और विदेश मंत्रालय ने इसमें देरी की। इस देरी के कारणों पर विभाग ही जानकारी दे सकता है।