Rohini Acharya News: बिहार चुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने ही परिवार के सदस्यों, तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है। रविवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर एक भावुक और सनसनीखेज पोस्ट में, उन्होंने दावा किया कि उन्हें ‘गंदी गालियां दी गईं’ और ‘मारने के लिए चप्पल उठाया गया’।
उन्होंने कहा कि आत्म-सम्मान से समझौता न करने के कारण उन्हें यह बेइज्जती झेलनी पड़ी और उन्हें मजबूरन रोते हुए अपने मां-बाप का घर छोड़ना पड़ा, जिसके बाद वह खुद को ‘अनाथ’ महसूस कर रही हैं। इस घटना ने एक दिन पहले (15 नवंबर) उनके द्वारा परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा के बाद की अटकलों को एक विस्फोटक मोड़ दे दिया है।
Quite clear now a major fight has exploded in Lalu Yadav’s family.
Daughter Rohini Acharya leaves politics. Says those who question ‘Chanakya’ in RJD are abused and beaten with slippers.
‘I have no family’ pic.twitter.com/mXD2zqk93G— Padmaja Joshi (@PadmajaJoshi) November 15, 2025
Rohini Acharya ने अपने पोस्ट में सीधे तौर पर संजय यादव और रमीज पर अपमानित करने का आरोप लगाया और कहा, “कल एक बेटी, एक बहन, एक शादीशुदा महिला, एक मां को जलील किया गया… गंदी गालियां दी गईं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनसे उनका मायका (माता-पिता का घर) छुड़वाया गया।
कौन हैं संजय यादव? जिनकी वजह से लालू परिवार में मची है खींचतान

एक अन्य चौंकाने वाले खुलासे में, रोहिणी ने अपनी किडनी दान करने के फैसले को लेकर भी भावुकतापूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि उन्हें गालियों के साथ यह ताना दिया गया कि उन्होंने अपने पिता को अपनी ‘गंदी किडनी’ लगवा दी और इसके बदले करोड़ों रुपये या चुनाव का टिकट लिया। रोहिणी ने अन्य विवाहित बेटियों को यह सलाह तक दे डाली कि वे अपने पिता को बचाने के लिए खुद की किडनी दान न करें, बल्कि भाई या उस घर के बेटे को ऐसा करने के लिए कहें। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने बच्चों या पति से अनुमति लिए बिना अपने ‘भगवान रूपी पिता’ को बचाने के लिए जो किया, आज उसे ‘गंदा बता दिया गया’।
लालू परिवार में यह सार्वजनिक विवाद बिहार में नई सरकार के गठन की सरगर्मी और चुनाव परिणाम के बीच आया है। रोहिणी ने अपनी घोषणाओं के बाद कहा है कि वह चाहती हैं कि ‘किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी-बहन पैदा ना हो’।
इस पूरे विवाद और Rohini Acharya के गंभीर आरोपों पर अभी तक लालू प्रसाद यादव या तेजस्वी यादव की ओर से कोई आधिकारिक या सार्वजनिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। राजनीतिक विश्लेषक इस घटना को चुनावी हार का परिणाम या फिर परिवार के भीतर पनप रहे पुराने तनाव का विस्फोट मान रहे हैं। रोहिणी आचार्य का यह पोस्ट राष्ट्रीय मीडिया और बिहार की राजनीति में चर्चा का केंद्र बन गया है।







