Saira bano shared story about manmohan singh simplicity : सायरा बानो ने हाल ही में एक ऐसा किस्सा साझा किया, जिसने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सादगी और दिलीप कुमार के प्रति उनके सम्मान को उजागर किया। यह कहानी न केवल एक दिग्गज अभिनेता और एक महान नेता के बीच के रिश्ते को दर्शाती है, बल्कि हमें यह सिखाती है कि सादगी और आदर कैसे किसी की महानता का प्रतीक बन सकते हैं। हाल ही में सायरा बानो ने साझा की दिल को छू लेने वाले यादगार लम्हे।
सायरा बानो ने बताया कि एक बार दिलीप कुमार को संसद भवन में आमंत्रित किया गया था। उस समय वह राज्यसभा के सदस्य थे। संसद भवन में जब दिलीप कुमार पहुंचे, तो उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें बैठने के लिए कुर्सी की जरूरत थी।
मनमोहन सिंह ने उठाई कुर्सी
सायरा बानो ने यह भी बताया कि जब यह बात मनमोहन सिंह को पता चली, तो उन्होंने खुद अपने हाथों से कुर्सी उठाकर दिलीप कुमार के पास पहुंचाई। एक प्रधानमंत्री का ऐसा व्यवहार देखकर हर कोई हैरान रह गया। यह एक छोटे से काम की तरह लग सकता है, लेकिन यह मनमोहन सिंह की सादगी और उनके व्यक्तित्व की महानता को दर्शाता है।
दिलीप कुमार का प्रभाव और आदर
दिलीप कुमार का व्यक्तित्व और योगदान इतना बड़ा था कि उनके प्रति हर किसी के मन में गहरा सम्मान था। संसद जैसे जगह पर भी, जहां हर कोई अपने काम में व्यस्त होता है, मनमोहन सिंह जैसे व्यक्ति का उनका इतना सम्मान करना यह दिखाता है कि दिलीप कुमार केवल सिनेमा के नहीं, बल्कि पूरे देश के दिलों में बसते थे।
सादगी और आदर की मिसाल
सायरा बानो ने इस किस्से को साझा करते हुए यह बताया कि दिलीप कुमार के जीवन के ये पल उनके लिए हमेशा खास रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मनमोहन सिंह जैसे नेता का यह व्यवहार सिखाता है कि चाहे कोई कितना भी बड़ा पद पर क्यों न हो, दूसरों का सम्मान करना सबसे बड़ी बात होती है।
यह घटना मनमोहन सिंह की सादगी और दिलीप कुमार के प्रति उनके सम्मान को दिखाती है, जो आज भी प्रेरणा देती है।