Saransh Goila inspiring journey : कहते हैं कि जिंदगी में जब सब कुछ गलत लगता है, तभी कुछ बड़ा और अच्छा हमारे लिए लिखा होता है। मशहूर शेफ सारांश गोइला की जिंदगी भी कुछ ऐसी ही रही। 2011 में उनका अमेरिका का वीजा कैंसिल हो गया था, और ऐसा लगा जैसे उनका सपना टूट गया। मगर उसी मोड़ से उनकी किस्मत ने एक नया रास्ता पकड़ा।
अमेरिका जाने का सपना अधूरा रह गया
सारांश ने बताया कि वह अमेरिका जाकर फूड नेटवर्क में अपना करियर बनाना चाहते थे। लेकिन वे बेरोजगार थे और अविवाहित भी, जिसकी वजह से उनका वीजा रिजेक्ट कर दिया गया। उन्होंने अपनी सारी जमा-पूंजी उस सपने में लगा दी थी। मुंबई में 2010 के दौरान कई बार उन्होंने कोशिश की, लेकिन असफलता ही हाथ लगी।
एक फोन कॉल ने बदल दी जिंदगी
ठीक एक महीने बाद किस्मत ने करवट ली। उन्हें ‘फूडफूड’ नाम के एक टीवी चैनल से ऑडिशन के लिए कॉल आया। यह वही चैनल था जिसे उन्होंने एक साल पहले ईमेल किया था, जब वे मुंबई में संघर्ष कर रहे थे। ऑडिशन हुआ, और फिर उन्हें ‘महाचैलेंज’ शो में चुन लिया गया। इस शो ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। न सिर्फ शो जीता, बल्कि अपने आदर्श शेफ संजीव कपूर से मिलने का मौका भी मिला।
अमेरिका से फिर आया न्योता
करीब नौ महीने बाद, मार्च 2012 में सारांश को अमेरिका से दोबारा बुलावा आया, इस बार भारतीय खाने को इंटरनेशनल मंच पर पेश करने के लिए। वीजा इंटरव्यू के दौरान अधिकारी ने पूछा, “पहले आपका वीजा क्यों रिजेक्ट हुआ था?” सारांश मुस्कुरा दिए और बोले, “अब हालात बदल चुके हैं।” न्यूयॉर्क में उन्होंने ‘सिंधी अरबी टुक कैनपे’ नाम की एक खास डिश बनाई, जिसने वहां मौजूद लोगों को भारतीय स्वाद का दीवाना बना दिया।
हार को बनाया अपनी ताकत
सारांश आज मानते हैं कि उनका वीजा रिजेक्ट होना ही उनके करियर की सबसे बड़ी शुरुआत थी। उन्होंने कहा, “अगर मैं उस वक्त अमेरिका चला जाता, तो शायद वहां भी संघर्ष करता। आज जो कुछ भी हूं, वो उन्हीं नाकामियों की वजह से हूं।” सोशल मीडिया पर उनकी कहानी वायरल हो गई है और हजारों लोग इससे प्रेरित हो रहे हैं।