Selfie Deaths : परफेक्ट फोटो की चाहत कैसे ले रही जानें, सेल्फी लेते समय सबसे ज्यादा मौतें कहां हो रही

नए अध्ययन में पता चला कि सेल्फी लेते समय सबसे ज्यादा मौतें भारत में हो रही हैं। दुनिया में 42% घटनाएं भारत में दर्ज हुईं। गिरना जानलेवा साबित हो रहा है।

Selfie deaths worldwide statistics

Selfie Deaths in World: आज के समय में सोशल मीडिया पर अच्छी फोटो डालने की होड़ लोगों को खतरनाक जगहों पर सेल्फी लेने के लिए मजबूर कर रही है। हाल ही में आई एक रिसर्च ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं। इसमें बताया गया है कि सेल्फी लेते वक्त होने वाली सबसे ज्यादा मौतें भारत में हो रही हैं।

गिरने से सबसे ज्यादा हादसे

अध्ययन में सामने आया है कि दुनिया भर में सेल्फी से जुड़ी 46% मौतें ऊंचाई से गिरने की वजह से हुई हैं। लोग छतों, ऊंची इमारतों, चट्टानों और खतरनाक पर्यटन स्थलों पर जाकर सेल्फी लेने की कोशिश करते हैं और इसी दौरान हादसे हो जाते हैं।

भारत पहले स्थान पर

रिपोर्ट के मुताबिक भारत इस सूची में पहले नंबर पर है। यहां कुल 271 लोग हादसों का शिकार हुए, जिनमें से 214 की मौत हो गई और 57 घायल हुए। यानी पूरी दुनिया में सेल्फी से जुड़ी 42.1% घटनाएं सिर्फ भारत में होती हैं। भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थल, रेल की पटरियां और ऊंची चट्टानें यहां सबसे खतरनाक जगहें मानी जा रही हैं।

अमेरिका दूसरे स्थान पर

दूसरे स्थान पर अमेरिका है, जहां 45 लोग हादसे का शिकार हुए। इनमें 37 की मौत हुई और 8 घायल हुए। वहां झरनों, ऊंची इमारतों की छतों और राजमार्गों पर खतरनाक फोटो खींचना बड़ी वजह बनी।

रूस तीसरे नंबर पर

तीसरे स्थान पर रूस है। यहां कुल 19 लोग हादसों में फंसे, जिनमें से 18 की मौत हो गई और 1 घायल हुआ। रूस में खासतौर पर बर्फ से ढके पुलों और ऊंची इमारतों के पास स्टंट करते हुए मौतें हुईं।

पाकिस्तान चौथे और ऑस्ट्रेलिया पांचवें स्थान पर

पड़ोसी देश पाकिस्तान इस सूची में चौथे स्थान पर है। यहां 16 मौतें हुईं और सभी हादसों में जानें गईं। जबकि ऑस्ट्रेलिया पांचवें नंबर पर है, जहां 13 लोगों की मौत और 2 घायल हुए। वहां आउटबैक चट्टानें और खतरनाक समुद्री किनारे मौतों की बड़ी वजह बने।

इंडोनेशिया और अन्य देश

छठे नंबर पर इंडोनेशिया है, जहां 14 मौतें दर्ज की गईं। इसके बाद केन्या, ब्रिटेन, स्पेन और ब्राजील जैसे देशों का नाम आता है। इन देशों में भी 13-13 लोगों की जानें गईं।

यह अध्ययन साफ बताता है कि सिर्फ सोशल मीडिया पर लाइक्स और फॉलोअर्स पाने की चाहत में लोग अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। जरूरत है कि लोग समझदारी से फोटो लें और जिंदगी से ज्यादा खतरनाक तस्वीरों को अहमियत न दें।

Exit mobile version