नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई। दूसरा मुकाबला गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया और पहली पारी में 489 रन बनाए। जवाब में टीम इंडिया के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए और सिर्फ 201 रन ही बना सके। भारत को साउथ अफ्रीका ने ऑलोआन देकर खुद बैटिंग करने का निर्णय लिया। दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 288 रन बनाए और भारत के सामने जीत का लक्ष्य 549 रन रखा। भारतीय टीम महज 140 रन ही बना सकी और साउथ अफ्रीका ने दूसरा टेस्ट मैच जीतने के साथ ही 25 साल के बाद सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमा लिया।
दक्षिण अफ्रीका ने गुवाहाटी टेस्ट अपने नाम कर लिया। टेस्ट जीत के साथ ही प्रोटियाज ने 25 साल बाद भारत का सूफड़ा साफ करते हुए सीरीज पर 2-0 से कब्जा कर जिया। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में मजबूत नींव रखी, जहां उन्होंने 489 रन ठोक दिए। जवाब में भारत पहली पारी में महज 201 रन पर सिमट गया, जिससे प्रोटियाज को 288 रनों की बढ़त मिली। दक्षिण अफ्रीका ने फॉलोऑन न कराते हुए अपनी दूसरी पारी खेली और पांच विकेट पर 260 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। कुल मिलाकर 548 रनों की बढ़त के साथ भारत के सामने 549 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा गया। जिसके सामने भारतीय बल्लेबाजों ने सरेंडर कर दिया। फिरकी और तेज गेंदबाजों ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को एक-एक रन के लिए तरसा दिया।
अगर भारत की दूसरी पारी की बात करें तो वह बहुत खराब रही। यशस्वी जायसवाल (13) सस्ते में लौटे, मार्को जानसेन की गेंद पर विकेटकीपर काइल वेरेने ने कैच लपका। कुछ देर बाद केएल राहुल (6) भी साइमन हार्मर की गेंद पर बोल्ड हो गए। पांचवें दिन भारत ने 27/2 के स्कोरकार्ड से बल्लेबाजी करनी शुरू की। लेकिन स्कोरकार्ड में 13 रन और जुड़े और कुलदीप यादव 5 रन पर साइमन हार्मर की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसी ओवर (24वें) में ध्रुव जुरेल भी आउट हुए। इसके बाद भारतीय कप्तान पंत ने थोड़े तेवर दखिए और एक चौका और छक्का जड़कर टीम का स्कोर 58 तक ले गए, लेकिन वो भी हार्मर की गेंद पर मलि एक्स्ट्रा बाउंस पर एडेन मार्करम को 13 रन पर कैच थमा बैठे।
टी ब्रेक के बाद साई सुदर्शन का धैर्य भी जवाब दे गया और वो 139 गेंदों पर 14 रन बनाकर सेनुरन मुथुसामी का शिकार बने। वॉशिंगटन सुंदर (16 रन, 44 गेंदों में) भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और हार्मर ने उन्हें पवेलियन भेजा. नीतीश रेड्डी ने एक बार फिर निराश किया और वो 0 पर आउट हुए। रवींद्र जडेजा ने रेड्डी के आउट होने के बड़ा शॉट लगाने की कोशशि की, लेकिन वो स्टम्प आउट हो गए। जडेजा इकलौते बल्लेबाज रहे, जिन्होंने दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में फिफ्टी जड़ी। रवींद्र के आउट होने के बाद मोहम्मद सिराज भी पवेलियन लौट गए। सिराज खाता तक नहीं खोल पाए। गुवाहाटी में साइमन हार्मर और मार्को जानसेन का जादू सिर चढ़कर बोला। दोनों ने 6-6 विकेट चटकाए। मार्को ने पहली पारी में 6 विकेट लिए तो वहीं हार्मर ने दूसरी पारी में टीम इंडिया के 6 बल्लबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
गुवाहाटी टेस्ब् से पहले साल 2000 में हैंसी क्रोनिए के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका ने भारत को 2-0 से हराकर घरेलू टेस्ट सीरीज में व्हाइटवॉश किया था। तब पहला मैच मुंबई में हुआ जिसे अफ्रीकी टीम ने 4 विकेट से जीता। वहीं दूसरा टेस्ट मैच बेंगलुरु में हुआ, जिसे तब प्रोटयिज टीम ने एक पारी और 71 रन से जीता था। ऐसे में टेम्बा बावुमा के पास हैंसी क्रोनिए के रिकार्ड की बराबरी कर नया कीर्तिमान रचा। इतना ही नहीं ये 13 महीने के अंदर घर पर भारत को दूसरी बार किसी टीम ने टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया है। इससे पहले अक्तूबर-नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से हराया था। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से भी यह हार शर्मनाक है। वहीं भारत का ओवरऑल टेस्ट में और घर पर रनों के अंतर से सबसे बड़ी हार है। इससे पहले टीम इंडिया को 2004 में ऑस्ट्रेलिया ने नागपुर में 342 रन से हराया था।






