नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। साउथ में बीजेपी के कद्दावर नेता व विधायक टी राजा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। टी राजा ने तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर नया नाम सामने आने के बाद ये फैसला लिया है। आलाकमान ने एन रामचंद्र राव के नाम पर राज्य बीजेपी अध्यक्ष के पद पर सहमति जताई है। जिसके कारण टी राजा नाराज हो गए और उन्होंने वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय कुमार को अपना रिजाइन लेटर भेज दिया।
टी राजा को साउथ का बीजेपी का खेवनहार कहा जाता है। टी राजा खुलकर बोलते हैं और उनकी छवि फायर ब्रांड नेता के तौर पर की जाती है। टी राजा वर्तमान में गोशामहल सीट से विधायक हैं। तेलागंना में बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव होना था। टी राजा ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए दिल्ली दरवार तक हाजिरी लगाई। लेकिन पार्टी हाईकमान ने टी राजा के बजाए एन रामवंद्र राव के नाम पर मुहर लगा दी। जिसके कारण टी राजा ने बीजेपी से रिजाइन कर दिया।
टी राजा ने कुछ दिन पहले कहा था कि मैं भी अध्यक्ष पद की मांग करूंगा। वे इसे दें या न दें, यह उनपर निर्भर है। मैं 1995 से हिंदू वाहिनी से जुड़ा हूं और 2009 तक इसके फिजिकल चीफ के पद पर रहा। 2009 में जब बीजेपी ने मुझे नगर निगम का टिकट नहीं दिया तो मैंने तेलुगु देशम पार्टी से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। 2014 में बीजेपी से गोशामहल से विधायक बना। टी राजा ने कहा कि 2018 में जनता ने मुझे फिर से विधायक चुना। टी राजा ने कहा कि वह प्रदेश अध्यक्ष बनने की काबलियत रखते हैं।
टी राजा ने कहा कि धर्म सेवा के लिए मैं कई बार जेल गया हूं। यहां तक कि विधायक रहते हुए भी 77 दिन तक जेल में रहा। हिंदू राष्ट्र, धर्म रक्षा और गौ संरक्षण मेरा मिशन है। मैं जानता हूं कि वे मुझे यह पद नहीं देंगे, लेकिन कोशिश करने में क्या हर्ज है?। टी राजा ने कहा कि प्रदेश में ऐसे कई नेता हैं, जो मुझे पसंद नहीं करते। पार्टी हाईकमान को गलत जानकारियां देते हैं। टी राजा ने ये भी कहा था कि अगर बीजेपी मुझे प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाती तो मैं अलग रास्ता बनाने की मुहिम में जुट जाऊंगा।