UNICEF Smart Parenting Tips:अगर आपका बच्चा हर सुबह स्कूल जाने से पहले रोता है, पेट दर्द या सिरदर्द की शिकायत करता है, तो आप अकेले नहीं हैं। ज्यादातर छोटे बच्चों को स्कूल जाने से पहले डर लगता है, खासकर जब वे पहली बार नर्सरी या किंडरगार्टन जाने वाले हों। लेकिन खुशखबरी यह है कि यूनिसेफ ने कुछ ऐसे समझदारी भरे टिप्स बताए हैं, जिन्हें अपनाकर आप बच्चे के इस डर को दूर कर सकते हैं।
बच्चे की बात को गंभीरता से सुनें
जब बच्चा कहे कि वह स्कूल नहीं जाना चाहता, तो उसे सिर्फ बहाना समझकर टालें नहीं। उसकी बात ध्यान से सुनें और समझने की कोशिश करें कि वह असहज क्यों महसूस कर रहा है। डर, नए माहौल या दोस्त न होने की वजह से भी ऐसा हो सकता है।
स्कूल की अच्छी छवि बनाएं
बच्चे से बात करें कि स्कूल में कितना मज़ा आता है। वहां दोस्त मिलते हैं, खेल होते हैं, नई कहानियां सुनने को मिलती हैं। जब बच्चा स्कूल को पॉजिटिव तरीके से देखेगा, तो उसका डर कम होगा।
घर पर छोटा-सा स्कूल बनाएं
बच्चे के साथ घर पर ही स्कूल जैसा माहौल तैयार करें। बैग पैक करना, यूनिफॉर्म पहनना, “गुड मॉर्निंग टीचर” कहना, ये सब खेल-खेल में सिखाएं। इससे बच्चा स्कूल रूटीन को सहजता से अपनाएगा।
स्कूल शुरू होने से पहले विज़िट कराएं
बच्चे को स्कूल खुलने से पहले वहां ले जाएं। उसे क्लासरूम, प्ले एरिया और टीचर से मिलवाएं। जब बच्चा पहले से ही उस माहौल से परिचित हो जाएगा, तो उसका डर अपने आप कम होगा।
बाय बोलने का तरीका हल्का रखें
स्कूल छोड़ते समय बच्चे से इमोशनल गले लगकर विदा न लें। इसकी बजाय हल्के मूड में “बाय”, “सी यू सून” कहें। इससे बच्चा खुद को सुरक्षित महसूस करेगा और स्कूल जाना आसान लगेगा।
स्कूल के बाद खास टाइम प्लान करें
जब बच्चा स्कूल से लौटे, तो उसका स्वागत अच्छे से करें। उसकी बातें सुनें, पसंदीदा स्नैक दें या साथ कोई गेम खेलें। इससे बच्चा स्कूल से जुड़ी अच्छी फीलिंग लाना शुरू करेगा।
एक तय रूटीन बनाएं
सोने, उठने, खाने और स्कूल जाने का एक नियमित समय तय करें। रोज़ाना एक जैसा रूटीन बच्चे को स्थिरता देता है और वह स्कूल को अपनी दिनचर्या का हिस्सा मानने लगता है।
आपका व्यवहार भी मायने रखता है
अगर आप खुद बच्चे को लेकर घबराए या चिंतित रहेंगे, तो वह भी वैसा ही महसूस करेगा। इसलिए आपको शांत और पॉजिटिव रहना ज़रूरी है। आपकी ऊर्जा ही बच्चे को भरोसा देती है।
बच्चे का स्कूल से डरना एक सामान्य स्थिति है, लेकिन सही तरीके से समझदारी दिखाकर आप इस डर को दूर कर सकते हैं। यूनिसेफ के बताए ये टिप्स अपनाकर आप न सिर्फ बच्चे को स्कूल के लिए तैयार कर पाएंगे, बल्कि उसमें आत्मविश्वास भी बढ़ा पाएंगे। अगली बार जब बच्चा कहे “स्कूल नहीं जाना”, तो आपके पास उसका स्मार्ट हल होगा।