Waqf Amendment Bill TDP JDU support वक्फ (संशोधन) विधेयक में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) द्वारा सुझाए गए तीनों संशोधनों को स्वीकार कर लिया गया है। इसके बाद टीडीपी ने विधेयक को पूरा समर्थन देने का फैसला किया है। लोकसभा में पार्टी इस विधेयक के समर्थन में मतदान करेगी। इसी के साथ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रस्तावों को भी मान लिया गया है। ऐसे में उम्मीद है कि नीतीश कुमार की पार्टी भी लोकसभा में बिल के पक्ष में वोट डाल सकती है।
टीडीपी द्वारा प्रस्तावित संशोधन
‘वक्फ बाय यूजर’ प्रावधान में संशोधन : टीडीपी ने सुझाव दिया था कि जो भी वक्फ बाय यूजर संपत्तियां ‘वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025’ के लागू होने से पहले पंजीकृत हो चुकी हैं, वे वक्फ संपत्तियां बनी रहेंगी, जब तक कि वे विवादित न हों या सरकारी संपत्ति न हों। इस संशोधन को विधेयक में शामिल कर लिया गया है।
कलेक्टर की अंतिम प्राधिकरण की भूमिका में बदलाव: पहले, वक्फ मामलों में कलेक्टर को अंतिम प्राधिकारी माना जाता था। लेकिन टीडीपी ने प्रस्ताव दिया कि राज्य सरकार एक अधिसूचना जारी कर कलेक्टर से ऊंचे पद के अधिकारी को नियुक्त कर सकती है, जो कानून के अनुसार जांच करेगा। यह संशोधन भी विधेयक में जोड़ दिया गया है।
डिजिटल दस्तावेजों की समय-सीमा बढ़ाना: पहले, वक्फ ट्रिब्यूनल में डिजिटल दस्तावेजों को जमा करने की एक निश्चित समय-सीमा थी। टीडीपी ने प्रस्ताव रखा कि यदि ट्रिब्यूनल को देरी का उचित कारण संतोषजनक लगे, तो वक्फ को डिजिटल दस्तावेज जमा करने के लिए अतिरिक्त छह महीने का समय मिल सकेगा। अब इस बदलाव को भी विधेयक का हिस्सा बना लिया गया है।
बीजेपी ने जारी किया व्हिप
विधेयक पर चर्चा और मतदान के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। इस व्हिप में 2 अप्रैल 2025 (बुधवार) को संसद में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।
विधेयक पास कराने की तैयारी
सरकार वक्फ संशोधन विधेयक समेत कुछ महत्वपूर्ण बिलों को पास कराने की रणनीति बना रही है। इसलिए, BJP ने सभी सांसदों को निर्देश दिया है कि वे पूरे दिन सदन में मौजूद रहें और सरकार के पक्ष में मतदान करें।