Waqf Bill in Rajya Sabha Today Live: लगभग 12 घंटे की लंबी बहस और तीखी बहस के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को बुधवार देर रात लोकसभा में बहुमत से मंजूरी मिल गई। विधेयक के समर्थन में 288 वोट पड़े जबकि 232 सांसदों ने इसके खिलाफ मतदान किया। यह विधेयक वक्फ (Waqf Bill in Rajya Sabha) संपत्तियों के बेहतर प्रशासन और प्रबंधन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लाया गया था जिसे लेकर एनडीए और विपक्षी दलों के बीच गहरे मतभेद देखने को मिले। अब सभी की निगाहें राज्यसभा पर हैं जहां आज इस बिल पर चर्चा की संभावना है। वक्फ बिल से जुड़ी ताजा LIVE अपडेट्स के लिए News1 इंडिया के साथ बने रहें..
Waqf Bill in Rajya Sabha Today Live
प्रफुल्ल पटेल का तंज: “बाबरी मस्जिद गिराने का श्रेय किसने लिया?”
एनसीपी सांसद प्रफुल्ल पटेल ने शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बाबरी मस्जिद का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा, “यहां एक नेता अभी बोलकर गए। उनके ही नेता पहले यह कह चुके हैं कि अगर बाबरी मस्जिद को किसी ने गिराया, तो वो मेरे शिवसैनिकों ने गिराया।”
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कांग्रेस को सोचना चाहिए कि वे किसके साथ बैठे हैं। जब सत्ता के लिए हाथ मिला लिया, तब गरीब मुसलमानों की चिंता नहीं हुई?”
प्रफुल्ल पटेल का बयान: “अगर किसी कानून से किसी को दिक्कत हो तो न्यायपालिका जा सकता है”
एनसीपी सांसद प्रफुल्ल पटेल ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान कहा, “हमारा संविधान सर्वोच्च है। आजकल इसे बहुत दिखाया जा रहा है और जेब से निकाला जा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम सभी ने संविधान की शपथ लेकर ही इस सदन में स्थान लिया है। अगर किसी कानून से किसी को दिक्कत है, तो उसके पास न्यायपालिका में जाने का अधिकार है।”
जेडीएस ने वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन किया
पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा ने घोषणा की कि उनकी पार्टी जनता दल (सेक्युलर) [JDS] वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 का समर्थन करती है।
उन्होंने कहा, “यह कानून पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगा, इसलिए हम इसका समर्थन कर रहे हैं।”
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को इस विधेयक को लाने के लिए बधाई दी।
जेपी नड्डा का आरोप: “जमीन माफियाओं ने बहुत मलाई खायी”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ संशोधन बिल पर बोलते हुए कहा, “इस बिल का मूल मंत्र पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है, क्योंकि 2013 से 2025 के बीच यह कानून गलत दिशा में चला गया था।”
उन्होंने आरोप लगाया कि “इससे मुस्लिम भाइयों को बड़ा नुकसान हुआ है, और जमीन माफियाओं ने इसका खूब फायदा उठाया।”
जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि “वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने और सही हाथों में रखने के लिए इस बिल में जरूरी संशोधन किए गए हैं।”
जेपी नड्डा का बयान: “2013 के बाद वक्फ संपत्तियों में 21 लाख हेक्टेयर जमीन जुड़ गई”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ संपत्तियों से जुड़े आंकड़े पेश करते हुए कहा, “1913 से 2013 तक वक्फ के पास 18 लाख हेक्टेयर संपत्ति थी, लेकिन 2013 के बाद इसमें 21 लाख हेक्टेयर जमीन और जुड़ गई है।”
उन्होंने वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए कहा, “इन संपत्तियों के सही प्रबंधन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हमने 2013 के वक्फ अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव रखा है।”
जेपी नड्डा ने जोर देते हुए कहा, “यह समझना जरूरी है कि कानून एक विकसित प्रक्रिया है, और समय के साथ इसमें सुधार आवश्यक होता है।”
जेपी नड्डा का बयान: “2013 के बाद वक्फ संपत्तियों में 21 लाख हेक्टेयर जमीन जुड़ गई”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ संपत्तियों को लेकर महत्वपूर्ण आंकड़े प्रस्तुत किए।
उन्होंने कहा, “1913 से 2013 तक वक्फ के पास 18 लाख हेक्टेयर संपत्ति थी, लेकिन 2013 के बाद इसमें 21 लाख हेक्टेयर जमीन और जुड़ गई है।”
जेपी नड्डा ने आगे कहा, “इन संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हमने 2013 के वक्फ अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव रखा है। कानून एक विकसित प्रक्रिया है, और इसे समय के साथ सुधारना आवश्यक है।”
जेपी नड्डा का केजरीवाल पर तंज
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष किया।
उन्होंने AAP सांसद संजय सिंह के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “कुछ दिन पहले उनके ही नेता कह रहे थे कि बीजेपी को यहां सरकार लाने के लिए अगला जन्म लेना पड़ेगा।”
इसके बाद तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “वे भूल गए कि हाल ही में हुए चुनावों में जनता ने अपना फैसला सुना दिया और कांग्रेस ने इसे सेलिब्रेट किया।”
सभापति जगदीप धनखड़ का तंज: “यहां लोग भाषण देने ही आते हैं”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 पर बोलते हुए कहा, “मुस्लिम भाइयों के साथ बहुत गलत हुआ है। जमीन माफिया ने वक्फ संपत्तियों से बहुत फायदा उठाया है।”
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “यहां बहुत लोग केवल भाषण देने आते हैं, अपना झोला उठाते हैं और चले जाते हैं।”
इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी तंज कसते हुए कहा, “मैं यहां से बैठकर देखता हूं कि यहां लोग सिर्फ भाषण देने ही आते हैं।”
जेपी नड्डा का बयान: “वक्फ बोर्ड किसी भी संपत्ति को क्लेम कर देता था”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 पर चर्चा के दौरान वक्फ संपत्तियों के दावों को लेकर चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा, “मैं धर्म से जुड़े मामलों में ज्यादा गहराई में नहीं जाना चाहता, लेकिन जो दान देने वाला व्यक्ति है, वह प्रमाणिक होना चाहिए।”
वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “वक्फ बोर्ड बिना किसी दस्तावेज के किसी भी संपत्ति पर दावा कर देता था। इस बिल के माध्यम से हम इसे अधिक पारदर्शी और न्यायसंगत बना रहे हैं।”
जेपी नड्डा का बयान: “वक्फ प्रॉपर्टी का हो सही उपयोग”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 का समर्थन करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के हितों की रक्षा करना और वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा, “इस बिल के माध्यम से हमने कोशिश की है कि वक्फ की संपत्ति का अधिकतम उपयोग हो सके। यह विधेयक सुनिश्चित करेगा कि मुस्लिम समुदाय को शिक्षा, स्वास्थ्य और संपत्ति के मामलों में सही लाभ मिले और ये संसाधन सही हाथों में रहें।”
जेपी नड्डा का बयान: “हम लिप सर्विस नहीं, रियल सर्विस करते हैं”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और सरकार की योजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को लेकर चले हैं और इसे पूरी तरह लागू किया है।”
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम आवास योजना, शौचालय निर्माण सहित तमाम योजनाओं का लाभ हर वर्ग के जरूरतमंदों को मिला है। हमारी सरकार सिर्फ दिखावे के लिए बातें नहीं करती, बल्कि वास्तविक सेवा (Real Service) करती है।”
जेपी नड्डा ने वक्फ और मुस्लिम देशों में हुए सुधारों का जिक्र किया
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ संपत्तियों के सही रखरखाव की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने इराक, सीरिया और अन्य मुस्लिम देशों का उदाहरण देते हुए कहा, “इन देशों में पहले ही तीन तलाक समाप्त कर दिया गया था।”
मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा, “भारत में तीन तलाक खत्म कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम बहनों को मुख्यधारा में लाने का काम किया।”
इसके साथ ही उन्होंने वक्फ से जुड़े अंतरराष्ट्रीय उदाहरण देते हुए बताया, “तुर्की में 1924 में ही पूरी वक्फ संपत्ति को सरकारी नियंत्रण में ले लिया गया था।”
जयराम रमेश ने जेपी नड्डा को दिखाई संविधान की कॉपी
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, “आप लोग जेब में संविधान लेकर ही घूमते रहते हैं।”
उनके इस बयान पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने तुरंत जवाब देते हुए संविधान की कॉपी दिखा दी। यह घटना सदन में हलचल का कारण बनी और दोनों नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
जेपी नड्डा का दावा: “जेपीसी ने 36 बैठकें कीं”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 पर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन कर रही है।
उन्होंने कहा, “आप (विपक्ष) ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की थी और हमने इसका गठन किया।”
संबंधित आंकड़ों को साझा करते हुए उन्होंने कहा, “2013 में जब वक्फ बिल के लिए जेपीसी बनाई गई थी, तब इसमें सिर्फ 13 सदस्य थे, लेकिन मोदी सरकार के तहत गठित जेपीसी में 31 सदस्य हैं।”
उन्होंने आगे बताया, “जेपीसी ने 36 बैठकें कीं और इस पर 200 घंटे से अधिक समय दिया गया, जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इसकी गतिविधियों की समीक्षा की गई।”
जेपी नड्डा का बयान: “डेमोक्रेटिक नॉर्म्स को फॉलो करके आगे बढ़ रही सरकार”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 पर सरकार का बचाव किया। उन्होंने कहा, “इस विधेयक का मूल उद्देश्य सुधार लाना और वक्फ संपत्तियों का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करना है।”
उन्होंने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “मैं इस सदन के माध्यम से देश की जनता को बताना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार पूरी तरह से लोकतांत्रिक मानकों (Democratic Norms) का पालन करते हुए आगे बढ़ रही है।”
जेपी नड्डा का दावा: “करोड़ों मुस्लिम बहनें आजाद हो गईं”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने बहुत पहले ट्रिपल तलाक को खत्म करने की बात कही थी, लेकिन यूपीए सरकार ने 10 साल तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया।”
उन्होंने दावा किया कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने ट्रिपल तलाक हटाया, जिससे करोड़ों मुस्लिम बहनें आज़ाद हो गईं।”
जेपी नड्डा का दावा: “करोड़ों मुस्लिम बहनें आजाद हो गईं”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने ट्रिपल तलाक कानून को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने बहुत पहले ट्रिपल तलाक हटाने के लिए कहा था, लेकिन यूपीए सरकार ने 10 सालों तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।”
उन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने ट्रिपल तलाक को खत्म किया, जिससे करोड़ों मुस्लिम बहनें आजाद हो गईं।”
जेपी नड्डा का दावा: “करोड़ों मुस्लिम बहनें आजाद हो गईं”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर कांग्रेस और पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने बहुत पहले ट्रिपल तलाक हटाने के लिए कहा था, लेकिन यूपीए सरकार ने 10 सालों तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया।”
सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने ट्रिपल तलाक खत्म कर दिया, जिससे करोड़ों मुस्लिम बहनें आजाद हो गईं।”
जेपी नड्डा का सवाल: “70 सालों में मुस्लिमों को किन लोगों ने डराकर रखा?”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने वक्फ बिल पर बोलते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “यह बिल देश के हित में लाया गया है, न कि किसी पार्टी के हित में या वोटबैंक के लिए।”
उन्होंने विपक्ष पर भ्रामक प्रचार करने का आरोप लगाते हुए कहा, “कुछ लोग इस बिल पर गुमराह कर रहे हैं।”
बीते दशकों की राजनीति पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “पिछले 70 सालों में मुस्लिमों को डराकर रखने वाले लोग कौन थे? आखिर उन्हें डर में जीने पर मजबूर किसने किया?”
जेपी नड्डा का तंज: “अब इस बिल में कहीं राम मंदिर आ रहा?”
राज्यसभा में बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने विपक्ष पर बहस को भटकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “विपक्ष की मांग पर हमने जेपीसी बनाई थी। जगदंबिका पाल के नेतृत्व में सदस्य 10 राज्यों में गए।”
सरकार की ओर से पारदर्शिता का दावा करते हुए उन्होंने कहा, “हम कौन-कौन से पैमानों पर खरे नहीं उतरे? सैकड़ों सांसदों और विधायकों से चर्चा हुई।”
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “अब इस बिल में कहीं राम मंदिर आ रहा है, कुंभ का मेला दिख रहा है, बिहार का चुनाव नजर आ रहा है। ये सब सिर्फ बहस को भटकाने के लिए किया जा रहा है।”
जेपी नड्डा का बयान: “बात तर्क पर होगी, कुतर्क पर नहीं”
राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार पूरी तरह लोकतांत्रिक तरीके से चल रही है।”
उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा, “आपकी बात हम तभी मान लें, जब आप समझें कि हम लोकतांत्रिक हैं—ऐसा नहीं हो सकता। बात तर्क पर होगी, कुतर्क पर नहीं।”
संजय राउत का तंज: “आप हिंदू पाकिस्तान बनाने जा रहे हो”
राज्यसभा में शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “यह बिल सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने की चाल है।”
सरकार के रवैये पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे तो लगा कि जिन्ना की आत्मा कब्र से निकलकर इन लोगों के अंदर घुस गई है, जो यह इतनी मुस्लिमों की तारीफ कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “पहले मुझे लगता था कि हम सब मिलकर हिंदू राष्ट्र बना रहे हैं, लेकिन आपका भाषण सुनकर ऐसा लगा कि आप हिंदू पाकिस्तान बनाने जा रहे हो।”
संजय राउत का तंज: “मुझे डर लगने लगा है”
राज्यसभा में शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कल से दोनों सदनों में गरीब मुसलमानों की इतनी चिंता हो रही है कि मुझे डर लगने लगा है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और गृह मंत्री अमित शाह का भाषण सुना। मुसलमानों की इतनी चिंता तो जिन्ना ने भी नहीं की थी।”
सरफराज का तंज: “इतना बुलडोजर चलाया कि अब कोई भरोसा नहीं करेगा”
राज्यसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सांसद डॉ. सरफराज ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “अगर मुस्लिमों की शिक्षा की बात करें तो उनका भला होगा, लेकिन सिर्फ बोलने से कुछ नहीं होगा।”
सरकार पर अविश्वास जताते हुए उन्होंने कहा, “आपने इतना बुलडोजर चलाया है… इतना बुलडोजर चलाया है कि अब कोई आप पर भरोसा नहीं करेगा। आप कुछ भी कह लें, ऐसा लगता है कि आपकी नीयत साफ नहीं है।”
मनोज झा का तंज: “तैयारी के मामले में कुछ तो सीख रहे”
राज्यसभा में आरजेडी सांसद मनोज झा ने वक्फ से जुड़े बिल पर बहस के दौरान सरकार पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “दोनों ही पक्ष तैयारियों के साथ आए हैं—हम गर्दनों के साथ हैं और वो आरियों के साथ।”
गृह मंत्री अमित शाह के भाषण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “कल मैं गृह मंत्री को सुन रहा था, वे बहुत अच्छे से वक्फ का मतलब समझा रहे थे। तैयारी के मामले में कुछ तो सीख रहे हैं।”
बाबा साहब अंबेडकर को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, “आज समाज में आइसोलेशन (अलगाव) और एक्सक्लूजन (बहिष्करण) बहुतायत में देखने को मिल रहा है, जो उचित नहीं है।”
मनोज झा का सवाल: “क्या यह बिल बुलडोजर कार्रवाई जैसा है?”
राज्यसभा में आरजेडी सांसद मनोज झा ने वक्फ संपत्तियों से जुड़े बिल पर चिंता जताते हुए कहा, “जमीन के साथ किसी कौम का क्या रिश्ता होता है, इसे समझने की जरूरत है।”
उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा, “कभी-कभी मुझे लगता है कि यह बिल संवैधानिक तौर पर बुलडोजर कार्रवाई जैसा है। भारत का नागरिक होने के नाते यह चीज मुझे डराती है।”
मनोज झा का बयान: “इस देश के मुसलमान को इस मिट्टी पर कर्ज है”
राज्यसभा में आरजेडी सांसद मनोज झा ने देश में बढ़ते ध्रुवीकरण पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “इस देश के मुसलमान को इस मिट्टी पर कर्ज है और इस मिट्टी का मुसलमान पर भी कर्ज है।”
सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, “इस कर्ज के रिश्ते को व्यापारी का लेन-देन मत समझिए। अगर आपकी नजर में बदलाव नहीं आया, तो सबकुछ बिखरकर रह जाएगा।”
मनोज झा का सवाल: “क्या सभी प्रयोग मुसलमानों पर होंगे?”
राज्यसभा में आरजेडी सांसद मनोज झा ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “देश का माहौल जानबूझकर खराब किया जा रहा है।”
उन्होंने सवाल उठाया, “क्या सभी प्रयोग सिर्फ मुसलमानों पर ही किए जाएंगे?”
मनोज झा ने वक्फ से जुड़े मामलों का हवाला देते हुए कहा, “पिछले 30 सालों में वक्फ से जुड़े केवल 8 मामले सामने आए हैं। इसके बावजूद कुछ समुदायों को लगातार हाशिये पर धकेला जा रहा है।”
संजय सिंह का सवाल: “क्या फसाद के लिए ये किया जा रहा है?”
राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने वक्फ संपत्तियों को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट में सरकार कहती है कि कागज चाहिए, कागज चाहिए। मंत्री जी, कागज की बहुत जरूरत होती है।”
उन्होंने सरकार को याद दिलाते हुए कहा, “2020 में भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दिया था, जिसमें कहा गया था कि 99% वक्फ संपत्तियां डिजिटाइज हो चुकी हैं। अगर ऐसा है, तो अब आप यह सब क्यों कर रहे हैं? क्या आप फसाद कराने के लिए ऐसा कर रहे हैं?”
संजय सिंह ने सरकार पर सांप्रदायिक माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा, “आप फसाद करने वाले हिंदू हैं, हम सौहार्द वाले हिंदू हैं।”
संजय सिंह का केंद्र पर हमला: “गलतफहमी में मत रहिए, बड़ी-बड़ी सत्ता उखड़ गई”
राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि “कल को आप सभी धार्मिक संपत्तियां छीनकर अपने दोस्तों को देने का काम करेंगे।”
सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, “किसी गलतफहमी में मत रहिए, बड़ी-बड़ी सत्ता उखड़ गई हैं। लोकसभा चुनाव में आपको सिर्फ 36 फीसदी वोट मिला है, जबकि इस देश की 64 फीसदी आबादी आज भी आपके खिलाफ खड़ी है।”
संजय सिंह का सवाल: “क्या हिंदू ट्रस्ट में गैर-हिंदू मेंबर बन सकते हैं?”
राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने वक्फ बिल पर सरकार को घेरते हुए तीखे सवाल किए। उन्होंने पूछा, “क्या आप हिंदू ट्रस्ट में गैर-हिंदू को मेंबर बना सकते हैं?”
उन्होंने आरोप लगाया कि “इस वक्फ बिल के जरिए संविधान की हत्या की जा रही है। ये लोग संविधान की दुहाई दे रहे हैं, लेकिन इनकी मातृ संगठन आरएसएस ने आज तक एक भी दलित या महिला को संगठन का प्रमुख नहीं बनाया।”
संजय सिंह का केंद्र पर हमला: “मंदिर, चर्च सबकी जमीन अपने दोस्तों को दे देंगे”
राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी धर्म के लोगों को खुश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार वक्फ के बाद मंदिर और चर्चों की जमीन भी अपने करीबी लोगों को सौंप देगी।
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, “आप जो बिल लेकर आए हैं, उसमें जितने भी मंदिर ट्रस्ट हैं, उनमें दलितों और पिछड़ों को शामिल कीजिए। करेंगे क्या?”
संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह बिल संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान की हत्या कर रही है।
संजय सिंह ने सरकार के दावों पर तंज कसते हुए कहा, “सरकार कह रही है कि यह कानून मुसलमानों के भले के लिए लाया जा रहा है। जब मैं यह सुनता हूं, तो ऐसा लगता है जैसे कपिल शर्मा कॉमेडी सर्कस में बोल रहे हैं।”
इसके साथ ही, उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि “जो सरकार मुसलमानों का भला करने का दावा कर रही है, उसके पास दोनों सदनों में सिर्फ एक मुस्लिम सदस्य है। ऐसे में वे मुसलमानों के भले की बात कैसे कर सकते हैं?”
“मुस्लिम प्रैक्टिसिंग प्रावधान का क्या मतलब?” – टीएमसी सांसद नदीमुल हक
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद नदीमुल हक ने विधेयक में “मुस्लिम प्रैक्टिसिंग” (इस्लाम का पालन करने वाला) शब्द के उपयोग पर सवाल उठाया।
उन्होंने पूछा,
“इस विधेयक में ‘मुस्लिम प्रैक्टिसिंग’ की शर्त रखी गई है, लेकिन इसका मतलब क्या है? क्या इसका अर्थ यह है कि मुसलमान को दिन में पांच बार नमाज पढ़नी होगी, रमजान में रोजा रखना होगा, हज यात्रा करनी होगी, जकात देनी होगी? इसकी स्पष्ट परिभाषा क्या है?”
हक ने तर्क दिया कि धार्मिक आस्था और उसका अभ्यास व्यक्तिगत मामला है, और सरकार को यह तय करने का अधिकार नहीं होना चाहिए कि कोई “प्रैक्टिसिंग मुस्लिम” है या नहीं। उन्होंने इस प्रावधान को संविधान के अनुच्छेद 25 (धार्मिक स्वतंत्रता) के खिलाफ बताया।
इस बयान पर विपक्षी दलों ने समर्थन दिया, जबकि सरकार ने कहा कि यह प्रावधान धार्मिक पहचान को स्पष्ट करने के लिए है, न कि किसी की व्यक्तिगत आस्था को नियंत्रित करने के लिए।
“कौन प्रमाण पत्र देगा कि कोई व्यक्ति मुसलमान है?” – टीएमसी सांसद नदीमुल हक
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद नदीमुल हक ने इस विधेयक को असंवैधानिक बताते हुए इसकी आलोचना की।
उन्होंने कहा,
“इस विधेयक में एक शर्त रखी गई है कि कोई व्यक्ति कम से कम 5 साल तक इस्लाम का पालन करने के बाद ही वक्फ बना सकता है। मैं पूछना चाहता हूं कि कौन प्रमाण पत्र देगा कि कोई व्यक्ति मुसलमान है? यह असंवैधानिक है और संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) के खिलाफ है।”
नदीमुल हक ने तर्क दिया कि धार्मिक पहचान का कोई सरकारी प्रमाणन नहीं हो सकता, और इस तरह की शर्तें नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करती हैं।
उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने समर्थन दिया, जबकि सरकार ने इसे विधेयक की गलत व्याख्या बताया।
“ये सिर्फ मुसलमानों से जुड़ा मामला नहीं” – टीएमसी सांसद नदीमुल हक
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद नदीमुल हक ने इसे सिर्फ कानूनी मसला नहीं, बल्कि संवैधानिक और ऐतिहासिक परंपराओं से जुड़ा मुद्दा करार दिया।
उन्होंने कहा,
“वक्फ सिर्फ मुसलमानों से जुड़ा मामला नहीं है, यह संवैधानिक मुद्दा भी है। हमारे लिए संविधान महज एक किताब नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक है। वक्फ बिल में कई खामियां हैं, जिन्हें दूर करने की जरूरत है।”
हक ने जोर देकर कहा कि इस विधेयक को सिर्फ एक धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसे संवैधानिक मूल्यों और धार्मिक स्वतंत्रता के दायरे में समझने की आवश्यकता है।
उनके इस बयान को विपक्षी दलों ने समर्थन दिया, जबकि सरकार ने इसे विधेयक को लेकर अनावश्यक आपत्ति उठाने वाला तर्क बताया।
वक्फ बोर्ड के खिलाफ भ्रम फैलाया गया – कांग्रेस सांसद नासीर हुसैन
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन ने वक्फ बोर्ड को लेकर फैलाई जा रही गलतफहमियों पर कड़ा विरोध जताया।
उन्होंने कहा,
“वक्फ बोर्ड के खिलाफ सबसे बड़ा भ्रम फैलाया गया है कि वक्फ बोर्ड किसी भी जमीन को अपनी जमीन घोषित कर देता था। क्या इस देश में रेवेन्यू रिकॉर्ड नहीं है? क्या कानून और कोर्ट नहीं हैं?”
नासीर हुसैन ने तर्क दिया कि यदि कोई संपत्ति वक्फ बोर्ड की नहीं है, तो कोई भी सरकारी दस्तावेज और अदालतें इसे साबित कर सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर वक्फ बोर्ड के खिलाफ माहौल बना रही है, जबकि देश में संपत्ति से जुड़े मामलों को निपटाने के लिए पहले से वैध कानूनी प्रक्रियाएं उपलब्ध हैं।
उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने समर्थन दिया, जबकि बीजेपी सांसदों ने इसे भ्रम फैलाने वाला बयान करार दिया।
दान को रेगुलेट करने के लिए बना वक्फ बोर्ड – कांग्रेस सांसद नासीर हुसैन
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन ने वक्फ बोर्ड की वैधता और उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा,
“मोहम्मद साहब के जमाने में गैर-मुसलमानों ने भी दान किए थे। इसका जिक्र हर धर्म में मिलता है। हमारे यहां दान को रेगुलेट करने के लिए वक्फ बोर्ड बनाया गया।”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब देश में एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) और टेंपल ट्रस्ट जैसे संस्थान मौजूद हैं, तो सिर्फ वक्फ बोर्ड को लेकर ही भ्रम क्यों फैलाया जा रहा है?
उनके इस बयान पर बीजेपी सांसदों ने आपत्ति जताई, जबकि कांग्रेस ने सरकार पर वक्फ से जुड़ी संपत्तियों को अनावश्यक रूप से विवादित बनाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस सांसद नासीर हुसैन पर भड़के अमित शाह
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
जब नासीर हुसैन ने वक्फ कानून को लेकर सवाल उठाया, तो अमित शाह ने बीच में उन्हें टोकते हुए कहा,
“2013 के संशोधन में आपने कोर्ट जाने का प्रावधान रखा ही नहीं है। अगर कोर्ट जा सकते हैं, तो सिर्फ रिट पिटीशन में जा सकते हैं, सिविल सूट में नहीं, जिसके तहत आपके अधिकार जाते रहते हैं।”
शाह के इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और सरकार पर वक्फ संपत्तियों को लेकर भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगाया। वहीं, बीजेपी ने इसे कानूनी प्रक्रिया को स्पष्ट करने वाला बयान बताया।
बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल का विपक्ष पर सवाल
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने विपक्ष से तीखा सवाल किया। उन्होंने कहा,
“हमने मौलाना से पूछा कि ये बताओ कि कुरान में कहां लिखा है, किस हदीस में लिखा है कि जो संपत्ति किसी ने दान की ही नहीं, वह आपकी कैसे हो गई? इसका कोई जवाब किसी के पास नहीं था।”
अग्रवाल का यह बयान वक्फ संपत्तियों के स्वामित्व और दावों को लेकर चल रही बहस के बीच आया है। उनके इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे भ्रम फैलाने वाला तथा सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला करार दिया।
वक्फ बोर्ड की तुलना फिल्मों के गुंडों से – बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने वक्फ बोर्ड को लेकर विवादित बयान दिया। उन्होंने वक्फ बोर्ड की तुलना पुरानी फिल्मों के गुंडों से करते हुए कहा,
“जिस तरह से फिल्मों में गुंडे जिस औरत पर हाथ रख देते थे, वह उनकी हो जाती थी। उसी तरह से ये (वक्फ बोर्ड) जिस जमीन पर हाथ रख देते थे, वह जमीन इनकी हो जाती थी।”
अग्रवाल के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई और इसे अनुचित तथा अपमानजनक बताया। वक्फ संपत्तियों को लेकर हो रही बहस के बीच यह बयान राजनीतिक विवाद को और तेज कर सकता है।
वक्फ संशोधन विधेयक एक नया सवेरा – किरेन रिजिजू
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे “नया सवेरा” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक मौजूदा समय की जरूरत है, जिसमें पारदर्शिता (Transparency) और जवाबदेही (Accountability) सुनिश्चित की गई है।
रिजिजू ने इस विधेयक को ‘उम्मीद’ नाम देते हुए कहा कि उम्मीद से किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बिल किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि न्याय और सुशासन को मजबूत करने के लिए लाया गया है।
1995 में वक्फ बिल का समर्थन कर रही थी बीजेपी – कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि 1995 में जब वक्फ बिल लाया गया था, तब भारतीय जनता पार्टी ने भी इसका समर्थन किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह विधेयक किसी एक समुदाय के तुष्टिकरण के लिए था, तो बीजेपी ने उस समय इसे समर्थन क्यों दिया?
हुसैन ने आरोप लगाया कि 2014 से 2024 तक बीजेपी को यह कानून सही लगता रहा, लेकिन अब अचानक इसे “ड्रेकोनियन लॉ” (दमनकारी कानून) बताया जा रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में 400 सीटों का नारा देने के बावजूद बीजेपी 240 पर सिमट गई, इसलिए अब उसे वोट बैंक की चिंता सताने लगी है।
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने शासित राज्यों में वक्फ बोर्ड को सही तरीके से संचालित नहीं करती और हमेशा जनता को गुमराह करने का काम करती है।
वक्फ का प्रबंधन पूरी तरह मुसलमानों के हाथ में रहेगा – किरेन रिजिजू
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया कि यह विधेयक किसी के खिलाफ नहीं है, बल्कि न्याय और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लाया गया है।
उन्होंने कहा कि वक्फ का प्रबंधन पूरी तरह से मुसलमानों के हाथ में रहेगा और इसमें किसी गैर-मुस्लिम का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। रिजिजू ने यह भी स्पष्ट किया कि वक्फ बोर्ड में शिया, सुन्नी, बोहरा समेत सभी मुस्लिम समुदायों का प्रतिनिधित्व होगा। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का सही प्रबंधन सुनिश्चित करना है, न कि किसी समुदाय के अधिकारों में दखल देना।
वक्फ बिल पर बयानबाजी, कांग्रेस ने निशिकांत दुबे पर किया पलटवार
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस यह स्पष्ट करे कि वह जिन्ना को पाकिस्तान के निर्माण के लिए जिम्मेदार मानती है या नहीं।
दुबे ने कहा कि 1910 में कांग्रेस ने मुंबई की मुस्लिम आरक्षित सीट से जिन्ना को संसद सदस्य बनाया और 1911 में उन्होंने मुस्लिम वक्फ बोर्ड की स्थापना की। उन्होंने आरोप लगाया कि एक निजी व्यक्ति (जिन्ना) ने वक्फ बोर्ड बनाया और बाद में पाकिस्तान का निर्माण किया। दुबे ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अब फिर से वक्फ के नाम पर देश को बांटने की कोशिश कर रही है।
इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया और दुबे पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस ने इसे इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी वक्फ बिल के बहाने जनता को गुमराह कर रही है।
वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ कानूनी लड़ाई और प्रदर्शन करेंगे – चंद्रशेखर आज़ाद
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने इसका कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि चूंकि सरकार के पास लोकसभा में बहुमत है, इसलिए यह विधेयक पारित हो गया, लेकिन वह इसे गलत मानते हैं और इसके खिलाफ अंतिम समय तक संघर्ष करेंगे।
आजाद ने ऐलान किया कि वे इस विधेयक के खिलाफ कोर्ट में चुनौती देंगे और सड़कों पर भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने इसे अन्यायपूर्ण करार देते हुए कहा कि वे इसके खिलाफ हर संभव कदम उठाएंगे।
वक्फ संशोधन विधेयक एक नया सवेरा – किरेन रिजिजू
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे “नया सवेरा” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक मौजूदा समय की जरूरत है और इसमें पारदर्शिता (Transparency) और जवाबदेही (Accountability) सुनिश्चित की गई है।
रिजिजू ने इस विधेयक को ‘उम्मीद’ नाम देते हुए कहा कि उम्मीद से किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बिल किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि न्याय और सुशासन को मजबूत करने के लिए लाया गया है।
1995 में वक्फ बिल का समर्थन कर रही थी बीजेपी – कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद सैयद नासीर हुसैन ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने याद दिलाया कि 1995 में जब वक्फ बिल लाया गया था, तब भारतीय जनता पार्टी ने भी इसका समर्थन किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह विधेयक किसी एक समुदाय के तुष्टिकरण के लिए था, तो बीजेपी ने उस समय इसका समर्थन क्यों किया?
हुसैन ने आरोप लगाया कि 2014 से 2024 तक बीजेपी को यह कानून सही लगता रहा, लेकिन अब अचानक इसे “ड्रेकोनियन लॉ” (दमनकारी कानून) कहा जा रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में 400 सीटों का नारा देने के बावजूद बीजेपी 240 पर सिमट गई, इसलिए अब उसे वोट बैंक की चिंता सताने लगी है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह अपने शासित राज्यों में वक्फ बोर्ड को सही तरीके से संचालित नहीं करती और हमेशा लोगों को गुमराह करने का काम करती है।
वक्फ का प्रबंधन पूरी तरह मुसलमानों के हाथ में रहेगा – किरेन रिजिजू
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया कि इस विधेयक को सकारात्मक सोच के साथ लाया गया है। उन्होंने कहा कि कानून न्याय के लिए बनाए जाते हैं, न कि लड़ाई के लिए।
रिजिजू ने जोर देते हुए कहा कि वक्फ का प्रबंधन पूरी तरह से मुसलमानों के हाथ में रहेगा और इसमें किसी गैर-मुस्लिम का हस्तक्षेप नहीं होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वक्फ बोर्ड में शिया, सुन्नी, बोहरा सहित सभी मुस्लिम समुदायों का प्रतिनिधित्व होगा। विपक्ष द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को उन्होंने बेबुनियाद करार दिया।
वक्फ बिल पर कांग्रेस और निशिकांत दुबे आमने-सामने
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह जिन्ना को पाकिस्तान के निर्माण के लिए जिम्मेदार मानती है या नहीं।
दुबे ने कहा कि 1910 में कांग्रेस ने मुंबई से एक मुस्लिम आरक्षित सीट से जिन्ना को सांसद बनाया और 1911 में उन्होंने मुस्लिम वक्फ बोर्ड की स्थापना की। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन्ना, जो पाकिस्तान के निर्माता थे, ने ही वक्फ बोर्ड बनाया था, और अब कांग्रेस फिर से वक्फ के नाम पर देश का बंटवारा करना चाहती है।
दुबे के इस बयान पर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताते हुए उन पर जमकर निशाना साधा।
वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ कानूनी लड़ाई और प्रदर्शन करेंगे – चंद्रशेखर आज़ाद
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने विरोध जताया। उन्होंने कहा कि सरकार के पास लोकसभा में बहुमत है, इसलिए विधेयक पारित हो गया, लेकिन जो गलत हो रहा है, उसके खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा।
आज़ाद ने स्पष्ट किया कि वे इस विधेयक के खिलाफ कोर्ट का रुख करेंगे और सड़कों पर प्रदर्शन भी करेंगे। उन्होंने इसे संविधान और न्याय के खिलाफ बताते हुए इसके खिलाफ हर संभव कदम उठाने का संकल्प लिया।
वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी ने किया ऐतिहासिक कार्य – किरेन रिजिजू
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पेश करते हुए कहा कि यह विधेयक व्यापक चर्चा और समीक्षा के बाद तैयार किया गया है। इसे संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास भेजा गया था, जिसने इस पर अभूतपूर्व कार्य किया।
रिजिजू ने बताया कि 2 अप्रैल की रात तक गहन चर्चा के बाद इस विधेयक को लोकसभा में पारित किया गया। हालांकि, कुछ सदस्यों ने संशोधनों के लिए अधिक समय न मिलने की बात उठाई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी ने तय किया था कि विधेयक पर आज ही चर्चा होगी। अपने संबोधन में उन्होंने कांग्रेस सरकार के दौरान गठित विभिन्न समितियों और सच्चर कमेटी की सिफारिशों का भी उल्लेख किया।
वक्फ बिल पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ, सदन की मर्यादा बनी रहे – किरेन रिजिजू
लोकसभा के बाद राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने के दौरान किरेन रिजिजू ने कहा कि इस महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा के दौरान सदन की मर्यादा बनी रहनी चाहिए। उन्होंने बताया कि विधेयक पेश करने से पहले देशभर के विभिन्न स्टेकहोल्डर्स, वक्फ बोर्ड के अधिकारियों और धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से व्यापक विचार-विमर्श किया गया था। रिजिजू ने कहा कि संयुक्त संसदीय समिति (JPC) ने इस विधेयक पर ऐतिहासिक कार्य किया है और अब तक किसी भी विधेयक पर इतनी विस्तृत प्रक्रिया नहीं हुई है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि देशभर से 97 लाख से अधिक ज्ञापन और छोटे पत्रों को मिलाकर कुल एक करोड़ से ज्यादा सुझाव प्राप्त हुए, जो एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
जवान शहीद, लेकिन सरकार चीन के साथ नरम – राहुल गांधी
लोकसभा में चीन के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चीन ने 4,000 किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और 20 भारतीय जवान शहीद हो गए, लेकिन इसके बावजूद विदेश सचिव चीन के राजदूत के साथ केक काट रहे हैं। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति चीन को खत लिख रहे हैं, और इसकी जानकारी खुद चीन का राजदूत दे रहा है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अमेरिकी टैरिफ से भारत की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।
वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जे रोकने के लिए लाया गया विधेयक – बीजेपी नेता रविंदर रैना
बीजेपी नेता रविंदर रैना ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर कहा कि इस विधेयक की बहस से यह स्पष्ट होता है कि वक्फ की लाखों-करोड़ों की संपत्तियों पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा किया गया है। उन्होंने बताया कि वक्फ बोर्ड में मौजूद कुप्रबंधन को सुधारने के लिए यह विधेयक लाया गया है। रैना ने कहा कि वक्फ की संपत्तियां उन सामाजिक और धार्मिक कार्यों के लिए दान की गई हैं, जो मुस्लिम समुदाय के हित में हैं, और इसी के प्रबंधन के लिए यह कानून जरूरी है। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति के चलते झूठ फैला रहे हैं, लेकिन गृह मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि वक्फ की सारी संपत्तियां मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए ही हैं।
वक्फ संशोधन विधेयक आम मुसलमानों के हित में – मंत्री नितिन अग्रवाल
उत्तर प्रदेश के मंत्री नितिन अग्रवाल ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विधेयक आम मुसलमानों के हितों की रक्षा के लिए लाया गया है। उन्होंने बताया कि लोकसभा में यह बिल पारित हो चुका है और अब राज्यसभा में इस पर चर्चा हो रही है। अग्रवाल ने कहा कि कई विपक्षी सांसदों ने भी इस बिल का समर्थन किया है, क्योंकि वे भी संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकना चाहते हैं। उन्होंने विरोध जताने वालों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई इसका विरोध करता है, तो इसका मतलब है कि वे देश के कानून का सम्मान नहीं कर रहे हैं।
राज्यसभा में विधेयक पर चर्चा शुरू
बुधवार को लोकसभा में 288 मतों से पारित होने के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया। इसके साथ ही राज्यसभा में इस विधेयक पर चर्चा शुरू हो गई है।
किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में पेश किया वक्फ संशोधन विधेयक
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को विचार एवं मंजूरी के लिए राज्यसभा में पेश किया।
खरगे ने अनुराग ठाकुर से मांगा इस्तीफा
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बृहस्पतिवार को भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा लोकसभा में लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया और कहा कि इन टिप्पणियों से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। उन्होंने अनुराग ठाकुर को चुनौती दी कि या तो वह अपने आरोपों को साबित करें या इस्तीफा दें। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए खरगे ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों के विरोध के चलते अनुराग ठाकुर को लोकसभा में वक्फ विधेयक पर बहस के दौरान अपनी टिप्पणी वापस लेनी पड़ी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि “नुकसान तो हो चुका है।”
मुस्लिम संगठन ने वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने का किया स्वागत
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक के पारित होने का स्वागत किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कानून से देश के गरीब मुसलमानों की आर्थिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव आएगा। रजवी को विश्वास है कि यह विधेयक राज्यसभा में भी पारित होगा।
उन्होंने कहा कि विधेयक (Waqf Bill in Rajya Sabha) पारित होने से देश में सुधार की नई उम्मीद जगी है और इससे गरीब मुसलमानों की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा। रजवी ने उन सभी लोकसभा सांसदों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने विधेयक के समर्थन में मतदान किया। उन्होंने केंद्र सरकार को भी इस विधेयक को पारित करवाने के लिए मुबारकबाद दी और इसे बुराई के खात्मे की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
अनुराग ठाकुर के बयान पर जोरदार हंगामा
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के लोकसभा में दिए गए एक बयान को लेकर आज राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन में कहा, “अनुराग ठाकुर ने कल लोकसभा में मेरे खिलाफ जो आरोप लगाए, उससे मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।” विपक्षी सांसद इस मुद्दे पर बोलने की मांग करते रहे लेकिन सभापति जगदीप धनखड़ ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके विरोध में कांग्रेस सांसदों ने राज्यसभा से वाकआउट कर दिया।