CM Mohan Yadav : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के काफिले की गाड़ियां तब ठप पड़ गईं जब रतलाम जिले के डोसीगांव स्थित ‘शक्ति फ्यूल पॉइंट’ पेट्रोल पंप से भरवाया गया डीजल पानी मिला होने के कारण खराब निकला। वाहन बीच सड़क पर बंद हो गए, और कर्मचारियों को उन्हें धक्का देकर किनारे लगाना पड़ा। इस गंभीर लापरवाही पर राज्य सरकार तुरंत हरकत में आई है।
राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पूरे प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों की गहन जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उपभोक्ताओं को हर हाल में शुद्ध और मानकों के अनुरूप पेट्रोल-डीजल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है।
दोषी पंप संचालक पर FIR, टैंक सील
घटना के बाद रतलाम जिला खाद्य विभाग ने तत्काल जांच कराई। जांच में डीजल में पानी की पुष्टि के बाद पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 और मोटर स्पिरिट एंड हाई स्पीड डीजल (वितरण एवं रोकथाम) आदेश, 2005 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
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इसके साथ ही पेट्रोल पंप पर मौजूद 5995 लीटर पेट्रोल और 10657 लीटर डीजल जब्त कर पंप को सील कर दिया गया है। पेट्रोल-डीजल के सैंपल जांच के लिए बीपीसीएल की इंदौर स्थित मांगलिया लैब भेजे गए हैं।
बीपीसीएल ने दी सफाई
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने अपने पक्ष में कहा है कि रतलाम में हाल में हुई अत्यधिक बारिश के कारण पेट्रोल पंप के भूमिगत ईंधन टैंकों में पानी घुस गया, जिससे ईंधन की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
पेट्रोल पंपों का राज्यव्यापी ऑडिट शुरू
घटना को गंभीरता से लेते हुए राज्य की अपर मुख्य सचिव रश्मि अरुण शमी ने 27 जून को तेल कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश भर में पेट्रोल पंपों की जांच के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि निरीक्षण के दौरान विशेष रूप से यह देखा जाएगा कि भूमिगत टैंकों में जल रिसाव तो नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक पेट्रोल पंप की जांच रिपोर्ट ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज की जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे और उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त ईंधन मिल सके।
जिलाधिकारियों को निर्देश
अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि वे अपने जिले के सभी पेट्रोल पंपों की जांच के लिए खाद्य विभाग, राजस्व, नापतौल और ऑयल कंपनी के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम गठित करें। यह टीम सुनिश्चित करेगी कि नोजल से निकलने वाला ईंधन शुद्ध हो और किसी भी प्रकार का जल रिसाव ना हो।