Genral knowledge: सलमान खान की एक फिल्म आई थी ट्यूबलाइट जिसमें बताया था कि फ्लैट पैरों वालों को आर्मी में भर्ती नहीं किया जाता है।ये बात बिल्कुल सही है आर्मी की भर्ती के वक्त फ्लैट पैर न हो इस चीज को ध्यान से चेक किया जाता है।इसके पीछे ना कोई आर्मी का कारण है बल्कि वैज्ञानिक कारण भी है जिसकी वजह आर्मी को फ्लैट पैरों वालों को बाहर निकलना पड़ता है।
क्या होते हैं फ्लैट पैर?
जब हमारे पैर के तलवे पूरी तरह से जमीन से चिपके होते हैं और उनमें कोई घुमाव (आर्क) नहीं होता, तो उसे समतल पैर कहा जाता है। ये घुमाव स्प्रिंग की तरह काम करता है, जिससे शरीर का भार सही ढंग से पैरों पर बंटता है। आइए जानते है कि फ्लैट पैरों से क्या परेशानी हो सकती हैं?
दौड़ने में परेशानी
समतल पैर वाले लोग तेज़ गति से दौड़ने में दिक्कत महसूस करते हैं क्योंकि उनके पैर आपस में टकराने लगते हैं।
जल्दी थकान
फ्लैट पैर वाले लोगों को दौड़ने या चलने में जल्दी थकावट महसूस होती है, क्योंकि उनके पैरों में वो खास घुमाव (आर्क) नहीं होता जो शरीर का वजन सही से बांट सके। इससे पैरों पर ज्यादा दबाव पड़ता है, और थकान जल्दी होने लगती है। जब वे भारी चीज़ें उठाते हैं या लंबे समय तक चलते हैं, तो मांसपेशियां जल्दी थकी हुई महसूस होती हैं।
शरीर में दर्द
पैर से शुरू होकर दर्द घुटनों, पीठ और कूल्हों तक पहुंच सकता है।
स्प्रिंग की कमी
पैरों के तलवों में घुमाव स्प्रिंग की तरह काम करता है, जो झटकों को कम करता है। इसके न होने से पैर जल्दी थक जाते हैं।
सेना में क्यों नहीं होती भर्ती?
सेना में फिटनेस सबसे अहम होती है। सैनिकों को मुश्किल हालात में लंबे समय तक चलना, दौड़ना और भारी वजन उठाना पड़ता है।
चोट का खतरा
फ्लैट पैर वाले लोगों को अतिरिक्त दबाव के कारण चोट लगने का खतरा अधिक रहता है। सेना में कठिन परिस्थितियों में लंबे समय तक चलने या दौड़ने के दौरान ये चोटें गंभीर हो सकती हैं।
फिटनेस की कमी
सेना में फिटनेस बेहद महत्वपूर्ण है। समतल पैर वाले लोग लंबे समय तक भारी दबाव का सामना नहीं कर पाते और उनके शरीर में थकावट जल्दी आ जाती है। इस कारण से वे सेना की भर्ती परीक्षा में फिटनेस परीक्षण में फेल हो जाते हैं।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
फ्लैट पैर वाले व्यक्तियों को भविष्य में जोड़ और हड्डियों से संबंधित समस्याएं भी हो सकती इनके पैर और कमर पर ज्यादा दबाव पड़ता है, सेना में भर्ती के दौरान यह स्थिति उन्हें मेडिकल रूप से अनफिट मानती है।