‘किसानों से किए गए वादे को क्यों पूरा नहीं किया गया…’, जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंच पर पूछा कृषि मंत्री से सीधा सवाल

जगदीप धनखड़ ने कहा कि विकसित राष्ट्र बनने के लिए हर नागरिक की आय में आठ गुना बढ़ोतरी होनी चाहिए, और यह वृद्धि मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से आनी चाहिए।

Jagdeep Dhankhar on Farmers Protest : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एक कार्यक्रम में मौजूद थे, जहां कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने शिवराज सिंह चौहान से यह सवाल किया कि किसानों से किए गए वादों को कितनी हद तक पूरा किया गया है, इस पर भी जानकारी दी जानी चाहिए। इसके अलावा, उपराष्ट्रपति ने यह चिंता व्यक्त की कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) जैसे प्रमुख संस्थानों के बावजूद, किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि संकट में घिरे किसानों का विरोध प्रदर्शन देश के समग्र कल्याण के लिए फायदेमंद नहीं है।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सबके सामने मंच पर पूछा सवाल

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंच पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से यह सवाल पूछा कि किसान संकट में क्यों हैं? उन्होंने एक्स पर एक वीडियो जारी करते हुए कृषि मंत्री से कहा, “कृषि मंत्री जी, आपका हर पल भारी है। कृपया मुझे बताइए, क्या किसानों से किया गया वादा पूरा नहीं किया गया? अगर वादा नहीं निभाया गया तो हम क्या कदम उठा रहे हैं?” इसके बाद उन्होंने कहा, “पिछले साल भी आंदोलन हुआ था, इस साल भी आंदोलन जारी है। समय बदल रहा है, लेकिन हम कुछ नहीं कर रहे हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार उन्होंने भारत को बदलते हुए देखा है और पहली बार उन्हें यह महसूस हो रहा है कि विकसित भारत अब सिर्फ सपना नहीं, बल्कि लक्ष्य बन चुका है। दुनिया में भारत कभी इतनी ऊंचाई पर नहीं था, लेकिन जब ऐसा हो रहा है, तो फिर क्यों उनका किसान परेशान और असहाय है?

किसान संकट में है

धनखड़ ने कहा, “आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है क्योंकि किसान संकट और कष्ट में हैं। अगर ऐसे संस्थान (जैसे आईसीएआर और इसके सहयोगी) सक्रिय होते और अपना योगदान देते, तो यह स्थिति नहीं होती। ऐसे संस्थान देश के हर कोने में हैं, लेकिन फिर भी किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।”

यह भी पढ़ें : फडणवीस और शिंदे की मुलाकात के बाद खत्म हुआ सस्पेंस, अब इस डेट को…

उपराष्ट्रपति धनखड़ केंद्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (CIRCOT) के शताब्दी समारोह में बोल रहे थे। मुंबई स्थित CIRCOT, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग का एक प्रमुख संस्थान है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से ऊपर उठकर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए हर नागरिक की आय में आठ गुना वृद्धि होनी चाहिए, और इसमें से अधिकांश वृद्धि ग्रामीण क्षेत्रों से आनी चाहिए।

 

Exit mobile version