Year Ender 2024: साल 2024 यादों और उपलब्धियों के साथ-साथ कुछ बिछड़ने के दर्द भी लेकर आया। इस साल हमने राजनीति, कला, संगीत, खेल और साहित्य की कई दिग्गज हस्तियों को खो दिया। ये वे लोग थे जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में गहरी छाप छोड़ी और हमें प्रेरित किया। आइए, जानते हैं उन 20 महान शख्सियतों के बारे में जिन्होंने इस साल हमें अलविदा कह दिया।
रतन टाटा (1937-2024)
टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का 9 अक्टूबर को 86 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और टाटा ब्रांड को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।
आचार्य विद्यासागर (1946-2024)
जैन संत आचार्य विद्यासागर का 18 फरवरी को महाप्रयाण हुआ। त्याग और तपस्या के प्रतीक आचार्य ने जीवनभर मानवता की सेवा की।
मुनव्वर राना (1952-2024)
शायरी की दुनिया के चमकते सितारे मुनव्वर राना का 14 जनवरी को 71 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी शायरी हमेशा दिलों को छूती रहेगी।
शारदा सिन्हा (1952-2024
लोक गायकी की धरोहर शारदा सिन्हा का 5 नवंबर को निधन हुआ। उनके छठ गीत हर घर में गूंजते रहेंगे और उनकी यादें लोगों के दिलों में बसेंगी।
रामोजी राव (1936-2024)
रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक और मीडिया इंडस्ट्री के स्तंभ रामोजी राव ने 8 जून को 87 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।
उस्ताद जाकिर हुसैन (1951-2024)
तबले के जादूगर उस्ताद जाकिर हुसैन का 16 दिसंबर को अमेरिका में निधन हो गया। उन्होंने इस साल 3 ग्रैमी अवॉर्ड जीते थे।
पंकज उधास (1951-2024)
गजल के बेताज बादशाह पंकज उधास का 26 फरवरी को 72 साल की उम्र में निधन हुआ। उनकी आवाज़ और गाने लोगों की यादों में अमर रहेंगे।
उस्ताद राशिद खान (1968-2024)
भारतीय शास्त्रीय संगीत के दिग्गज उस्ताद राशिद खान ने 9 जनवरी को 55 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।
श्याम बेनेगल (1934-2024)
मशहूर फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का 23 दिसंबर को 90 साल की उम्र में निधन हुआ। उन्होंने भारतीय सिनेमा में कई यादगार फिल्में दीं।
अमीन सयानी (1932-2024)
रेडियो की दुनिया के सबसे चहेते आवाज़, अमीन सयानी का 20 फरवरी को 91 साल की उम्र में निधन हुआ। उनका अंदाज और आवाज़ रेडियो प्रेमियों को हमेशा याद रहेगा।
ओपी चौटाला (1935-2024)
हरियाणा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे, 20 दिसंबर को निधन।
डॉ. मनमोहन सिंह(1932-2024)
डॉ. मनमोहन सिंह, जो भारत के पूर्व प्रधानमंत्री थे, 27 दिसंबर 2024 को 91 साल की उम्र में निधन हो गए। उनके जाने से पूरे देश में दुख की लहर है। उन्हें आर्थिक सुधारों का पिता माना जाता है।