लो कर लो बात ! अब गे-डेटिंग के नाम पर लूट, गे-डेटिंग करने वाले समलेंगिक युवकों को बना रहे शिकार

। यूं तो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ठगी करने के रोज नये-नये तरीके सामने आ रहे हैं। मगर ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) की दादरी पुलिस की पड़ताल में जो गोरखधंधा सामने आया है उसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

Greater Noida

गौतमबुद्धनगर (यूपी)। यूं तो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ठगी करने के रोज नये-नये तरीके सामने आ रहे हैं। मगर ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) की दादरी पुलिस की पड़ताल में जो गोरखधंधा सामने आया है उसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

दरअसल, ये पूरा गोरखधंधा महज चोरी के एक छोटे से मामले की पड़ताल के दौरान ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के दादरी थाने की पुलिस के सामने आया है। पुलिस को शिकायत तो मिली थी महज चोरी की एक मामूली सी घटना की, मगर जब पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया तो पूरा गोलमाल सामने आ गया।

पुलिस को ये मिली थी शिकायत

दरसअल, दादरी (Greater Noida) थाने पर 21 सितंबर को एक युवक ने तहरीर दी। तहरीर में जिक्र किया गया कि विजय उर्फ विज्जी और कुलदीप नाम के दो युवकों ने पीड़ित की जेब से सात हजार रूपये चोरी कर लिए हैं। आरोपियों ने पीड़ित को डरा धमकाकर कर एक लाख रूपये गूगल-पे खाते से ट्रान्सफर भी करा लिए हैं। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।

रविवार को पुलिस ने आरोपी विजय उर्फ विज्जी और कुलदीप को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस ने विजय उर्फ विज्जी और कुलदीप के कब्जे से चोरी किये सात हजार रुपये और एक तमंचा भी बरामद कर लिया। मगर जब पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ की, तो जो बातें सामने आईं उन्हें सुनकर पुलिस वाले भी हैरान रह गए।

गे-डेटिंग ऐप के जरिये ढूंढते हैं शिकार

पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो सोशल साइट पर गे-डेटिंग ऐप चलाते हैं। इस ऐप के जरिये वे अलग-अलग फर्जी आईडी बनाकर लोगों को अपने पास बुलाते हैं। इसी दौरान पहले उनका सामान चुराते हैं फिर लोक-लाज का भय दिखाकर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं।

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पीड़ित को फर्जी आईडी से फंसाया

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनकी शिकायत करने वाले शख्स ने बैड ब्वॉय के नाम से इस ऐप पर आईडी बना रखी थी। इन युवकों ने राहुल नाम की फर्जी आई.डी. से उसे बुलाकर पहले उसका सामान छीना फिर उसे ब्लैकमेल करके एक लाख की नगदी ट्रांसफर करा ली।

ब्लैकमेलिंग के पैसे से अय्याशी

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि शिकायतकर्ता युवक को डरा-धमकाकर उन्होंने उसके समलैंगिक होने की बात उसके घरवालों और रिश्तेदारों को बताने की धमकी दी। इसी का खौफ दिखाकर उन्होंने गूगल-पे के जरिये एक बार 80 हजार और दोबारा 20 हजार रूपये का ट्रांजेक्शन कुलदीप के खाते में करा लिया। आरोपियों का कहना है कि ये सारी रकम उन्होंने अपनी मौज-मस्ती में खर्च कर डाली। पुलिस अभी इस गैंग के फरार आरोपी अरविन्द उर्फ अरुण की तलाश कर रही है।

(इनपुट- निशांत शर्मा)

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