Chilla Elevated Road: नोएडा के एंट्री गेट का जाम होगा खत्म, चिल्ला एलिवेटेड रोड का काम फरवरी से शुरू

12 सालों के इंतजार के बाद, नोएडा और दिल्ली के बीच चिल्ला एलिवेटेड रोड का निर्माण फरवरी 2025 से फिर से शुरू होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2019 में इस परियोजना का शिलान्यास किया था, लेकिन कोविड और अन्य समस्याओं के कारण काम में देरी हुई। अब, 892.75 करोड़ रुपये की लागत से यह रोड तैयार होगा।

Chilla Elevated Road

Noida Chilla Elevated Road: नोएडा के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। 12 साल के लंबे इंतजार के बाद, चिल्ला एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य फरवरी 2025 से फिर से शुरू होगा। इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2019 में किया था, लेकिन कई समस्याओं के कारण काम मार्च 2020 में रोकना पड़ा था। अब, फिर से इस प्रोजेक्ट की दिशा में कार्य शुरू होने जा रहा है। यह एलिवेटेड रोड नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात की भीड़ को कम करेगा, जिससे रोजाना 5 लाख से अधिक गाड़ियों को राहत मिलेगी। परियोजना की कुल लागत अब 892.75 करोड़ रुपये है।

चिल्ला एलिवेटेड रोड की शुरुआत और इसके उद्देश्य

Chilla Elevated Road की योजना 2012 में दिल्ली और नोएडा के बीच यातायात की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैयार की गई थी। 2018 में दिल्ली सरकार से अनुमति मिलने के बाद 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शिलान्यास किया था। शुरुआती अनुमान के अनुसार, इस परियोजना की लागत 605 करोड़ रुपये थी, लेकिन निर्माण में देरी के कारण इसे संशोधित किया गया।

समस्याओं के कारण यह काम मार्च 2020 में रुक गया था। कोविड-19 लॉकडाउन, डिजाइन में बदलाव और अन्य तकनीकी अड़चनें निर्माण को प्रभावित करने वाली मुख्य वजहें रही हैं। अब, जनवरी 2025 तक कार्यबल और डिजाइन की सभी प्रक्रियाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा, और फिर परियोजना का कार्य फरवरी 2025 से शुरू हो जाएगा।

ब्रिज कॉर्पोरेशन के संयुक्त प्रबंध निदेशक ने बताया कि दिसंबर 2023 के शुरुआत में ठेकेदार के साथ समझौता किया गया था। काम पूरा करने के लिए ठेकेदार को तीन साल का समय दिया गया है, और इसकी कुल लंबाई 5.9 किलोमीटर होगी। इस परियोजना के तहत निर्माण कार्य को गति देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।

प्राकृतिक और आर्थिक प्रभाव

इस Chilla Elevated Road के निर्माण से दिल्ली और नोएडा के बीच ट्रैफिक जाम की समस्या को समाप्त करने की उम्मीद है। चिल्ला बॉर्डर से लिंक रोड होते हुए एक्सप्रेस-वे तक जाने वाली यातायात को इस एलिवेटेड रोड से सीधे फायदा होगा। इसकी निर्माण से रोजाना लगभग 5 लाख गाड़ियों को राहत मिलेगी, जिससे समय की बचत होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।

सालों से लटकी इस परियोजना को आखिरकार गति मिलने से नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा में सुविधा बढ़ेगी। यह एलिवेटेड रोड क्षेत्रीय परिवहन प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा, जो आने वाले वर्षों में लाखों यात्रियों को लाभ पहुंचाएगा।

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