Noida mechanization plant : नोएडा में जल्द ही 40 टन क्षमता वाला मैकेनाइजेशन प्लांट लगाया जाएगा। यह प्लांट 10 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा और कचरे के बेहतर प्रबंधन में मदद करेगा। इसमें गीले और सूखे कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निपटान किया जाएगा, जिससे शहर साफ सुथरा बनेगा।
कैसे होगा कचरे का निपटारा
इस प्लांट में 40 टन कचरे को रोजाना प्रोसेस किया जाएगा। इसमें से 15 टन कचरे को मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (MRF) के जरिए अलग किया जाएगा, यानी इससे रिसाइक्लिंग लायक सामान निकाला जाएगा। बाकी के 25 टन कचरे को बायो मेथेनाइजेशन के जरिए निपटाया जाएगा, जिससे ग्रीन एनर्जी तैयार होगी। इसके अलावा, वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाने की भी योजना है, जिससे गीले कचरे को बिजली बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
कचरा फिलहाल कहां डाला जा रहा है
इस समय शहर का सारा कचरा सेक्टर-145 में डाला जा रहा है। यहां करीब दो लाख मीट्रिक टन कचरा जमा हो चुका है। इसे जल्द ही नए प्लांट में शिफ्ट किया जाएगा। नए प्लांट के लिए 5,000 वर्ग मीटर जमीन तय की गई है, जहां पर यह स्थापित होगा।
डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण भी होगा
यह प्रोजेक्ट सिर्फ प्लांट तक सीमित नहीं रहेगा। जिम्मेदार कंपनी घर घर से कचरा इकट्ठा करेगी और उसे प्रोसेसिंग के लिए प्लांट तक पहुंचाएगी। इसके लिए कंपनी को उन क्षेत्रों की जानकारी दी जाएगी, जहां से कचरा संग्रह करना है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कचरे का निपटान वैज्ञानिक और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से हो।
प्रोजेक्ट पर खर्च और समय सीमा
इस प्रोजेक्ट पर करीब 10 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। कंपनी इस प्लांट का संचालन 15 साल तक करेगी। यदि कंपनी का काम संतोषजनक रहा, तो इस अनुबंध को तीन साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है।
आवेदन की अंतिम तिथि
नोएडा प्राधिकरण ने इस प्रोजेक्ट के लिए इच्छुक कंपनियों से आवेदन मांगे हैं। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 11 फरवरी है, और बोलियां 12 फरवरी को खोली जाएंगी। सबसे कम लागत में काम करने वाली कंपनी को यह प्रोजेक्ट दिया जाएगा।
कब शुरू होगा काम
इस प्लांट के निर्माण का काम अगले कुछ महीनों में शुरू होने की उम्मीद है। यह परियोजना शहर की सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव ला सकती है।