YEIDA City News: जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने से पहले यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने यीडा सिटी में वास्तविक बसावट को गति देने की रणनीति तैयार कर ली है। प्राधिकरण ने अगले 15 महीनों में अटके हुए विकास कार्यों को पूरा करने और आवंटियों को उनके भूखंड सौंपने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए यीडा अब किसानों से सीधे संवाद कर उनकी जमीन खरीदने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। जिन सेक्टरों में भूमि अधिग्रहण के कारण निर्माण अटका हुआ है, वहां जमीन को 10-10 एकड़ के टुकड़ों में खरीदकर सेक्टरों को तैयार किया जाएगा। इस पहल से वर्षों से प्लॉट का इंतजार कर रहे हजारों आवंटियों को राहत मिलने की उम्मीद है।
यीडा सिटी बसाने की योजना में तेजी
ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट की शुरुआत से पहले YEIDA City में लोगों को बसाने की कवायद तेज हो गई है। यीडा प्राधिकरण अब 2027 के चुनावों से पहले इस योजना को मूर्त रूप देने में जुट गया है। वर्तमान में जिन 18 सेक्टरों में विकास अधर में लटका हुआ है, उनमें सेक्टर-5, 8, 17, 18, 20, 22डी, 28, 29, 32 और 33 मुख्य रूप से शामिल हैं। इन क्षेत्रों में 20-30 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण शेष होने से विकास में रुकावट बनी हुई है।
किसानों से सीधे संवाद की रणनीति
YEIDA City प्राधिकरण अब किसानों से सीधे जमीन खरीदने के मॉडल पर काम कर रहा है। 10-10 एकड़ के हिस्सों में बंटी जमीन को खरीदा जाएगा, जिससे अवरोधों को खत्म किया जा सके। अधिकारियों की टीमें किसानों की सूची तैयार कर रही हैं ताकि संवाद की प्रक्रिया जल्दी शुरू की जा सके। यह योजना न सिर्फ विकास को गति देगी, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बल देगी।
वर्षों से इंतजार कर रहे आवंटी होंगे लाभान्वित
इस मुहिम से हजारों ऐसे आवंटियों को भी राहत मिलने की उम्मीद है जो वर्षों से अपने भूखंडों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सेक्टर-18 और 20 में वर्ष 2009 की योजना के तहत 1700 आवंटी आज भी अपने प्लॉट का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, औद्योगिक सेक्टर 32 और 33 में 2013 से करीब 115 आवंटियों को जमीन नहीं मिल पाई है। यीडा ने सभी लंबित आवंटनों को जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया है।
प्राधिकरण का फोकस: 100% भूमि अधिग्रहण
YEIDA City के सीईओ आरके सिंह ने बताया कि जिन सेक्टरों में अभी तक भूमि अधिग्रहण अधूरा है, वहां अब किसानों से सहमति के आधार पर खरीद की जा रही है। इससे जहां विकास कार्यों को गति मिलेगी, वहीं जेवर एयरपोर्ट के चालू होने तक यीडा सिटी को आबाद करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगला डेढ़ साल बेहद अहम है और हमारी कोशिश है कि इस अवधि में यीडा सिटी को एक मॉडल टाउनशिप के रूप में विकसित किया जा सके।