नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का मिजाज गर्म है। चाहे क्रिकेट का मैदान हो, य बॉलिवुड। जहां भी भारतीय को मौका मिलता है, वहीं वह पाकिस्तानियों को खुलेआम कनपुरिया स्ट्राइल में हौंक रहे हैं। कुछ ऐसा ही राजस्थान के अनूपगढ़ में भी देखने को मिला। यहां भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस बार हम ऑपरेशन सिंदूर 1.0 जैसा संयम नहीं रखेंगे। इस बार (ऑपरेशन 2.0) हम कुछ ऐसा करेंगे, जिससे पाकिस्तान को सोचना पड़ेगा कि वह नक्शे पर रहना चाहता है या नहीं। आर्मी चीफ ने कहा कि अगर पाकिस्तान नक्शे (भूगोल) पर रहना चाहता तो उसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद को रोकना होगा।
दरअसल, राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ में शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी गरजे। जनरल द्विवेदी ने सैनिकों को संबोधित करते हुए यह स्पष्ट किया कि भारत अब ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाए गए संयम को दोहराएगा नहीं। बल्कि अब आर-पार की जंग होगी। उन्होंने पाकिस्तान को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि पड़ोसी मुल्क अपनी धरती से आतंकवाद को पालन-पोषण बंद करे। अगर वह ऐसा नहीं करता तो पाकिस्तान सोच ले, उसका नक्शा दुनिया से मिट जाएगा। इस बार भारतीय सेना रूकेंगी नहीं। सयंम भी नहीं दिखाएंगी। जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पूरी दुनिया को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के सबूत दिए।
जनरल द्विवेदी ने बताया कि यदि भारत ने ये सबूत उजागर नहीं किए होते, तो पाकिस्तान इन तथ्यों को छिपा लेता। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर नौ लक्ष्यों पर हमला किया, जिनमें से सात सेना ने और दो वायुसेना ने नष्ट किए। जनरल द्विवेदी ने स्पष्ट किया कि भारत का उद्देश्य केवल आतंकियों को निशाना बनाना था, न कि आम पाकिस्तानी नागरिकों को नुकसान पहुंचाना। सेना प्रमुख ने सैनिकों से पूरी तरह तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि अब अपने आप को पूरी तरह तैयार रखें, यदि भगवान ने चाहा, तो मौका जल्द आएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत इस बार पहले जैसा संयम नहीं दिखाएगा और ऐसी कार्रवाई करेगा, जो पाकिस्तान को अपनी स्थिति पर विचार करने के लिए मजबूर कर दे।
सीमा के पास रहने वाले लोगों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत इन लोगों को आम नागरिकों के बजाय सैनिकों के रूप में देखता है। उन्होंने कहा कि वे हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध में खड़े हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आने वाला संघर्ष सिर्फ सेना का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। उन्होंने 1965 और 1971 के युद्धों का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय भी आम नागरिकों ने सैनिकों का साथ दिया था। सेना प्रमुख ने सीमा पर रहने वाली जनता के उत्साह की सराहना की और कहा कि उनका जोश सैनिकों का मनोबल बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वे आगे भी हमारे साथ खड़े रहें। मैं उनकी भावना के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।
जनरल द्विवेदी ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने भारत का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, क्योंकि पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को प्रायोजित किया जा रहा था। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भारतीय सैनिकों को तैयार और स्टैंडबाय पर रहने का निर्देश देते हुए यह संकेत दिया कि उन्हें जल्द ही एक और मौका मिल सकता है। उन्होंने कहा कि कृपया पूरी तरह तैयार रहें. ईश्वर की कृपा से आपको बहुत जल्द एक और मौका मिलेगा।