Monday, November 3, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🌬️
🔔 1
🔍
Home Breaking

Patanjali: नकली विज्ञापन मामले में रामदेव और बालकृष्ण को राहत, माफीनामा मंजूर

आज सुप्रीम कोर्ट ने योग गुरु स्वामी रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ भ्रामक विज्ञापन का मामला बंद कर दिया है।

Mayank Yadav by Mayank Yadav
August 13, 2024
in Breaking, दिल्ली
Patanjali
494
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Patanjali: सुप्रीम कोर्ट ने योग गुरु स्वामी रामदेव, पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को बड़ी राहत देते हुए भ्रामक विज्ञापन मामले में उनके द्वारा मांगी गई माफी को स्वीकार कर लिया है। इस फैसले के साथ ही रामदेव और उनके सहयोगियों के खिलाफ़ चल रही अवमानना ​​कार्यवाही को भी समाप्त कर दिया गया है, जो कोरोनिल दवा के विवादास्पद दावों से उत्पन्न हुआ था।

सुप्रीम कोर्ट से राहत

सुप्रीम कोर्ट ने योग गुरु स्वामी रामदेव, पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने भ्रामक विज्ञापन मामले में रामदेव, बालकृष्ण, और Patanjali द्वारा मांगी गई माफी स्वीकार कर ली है और उनके खिलाफ़ चल रही अवमानना ​​कार्यवाही को भी समाप्त कर दिया है। इनकी ओर से अधिवक्ता गौतम तालुकदार ने कहा कि कोर्ट ने उनके वचनों के आधार पर अवमानना ​​कार्यवाही बंद करने का फैसला किया है।

RELATED POSTS

No Content Available

Image

क्या है पूरा मामला

Patanjali ने 2021 में कोरोनिल नामक एक दवा लॉन्च की थी, जिसे कोरोना वायरस के इलाज में प्रभावी बताया गया था। इसके अलावा, पतंजलि ने दावा किया था कि इस दवा को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से प्रमाणन प्राप्त हुआ है, जिसे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने “सरासर झूठ” बताया था। अगस्त 2022 में IMA ने पतंजलि के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें एक विज्ञापन में पतंजलि की दवाओं को मधुमेह, उच्च रक्तचाप, थायराइड, लीवर सिरोसिस, गठिया और अस्थमा जैसी बीमारियों को ठीक करने का दावा किया गया था। पिछले साल, 21 नवंबर को पतंजलि आयुर्वेद ने सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया था कि वह किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं करेगा, विशेष रूप से अपने उत्पादों के विज्ञापन या ब्रांडिंग से संबंधित कानूनों का पालन करेगा।

Image

क्या होते परिणाम

अगर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि और उसके प्रमुखों द्वारा भेजी गई माफी स्वीकार नहीं की होती, तो अवमानना ​​कार्यवाही जारी रहती, जिससे दंड और जुर्माना लग सकता था। इसके अतिरिक्त, पतंजलि को विवादित विज्ञापनों को जारी रखने या नए विज्ञापन देने से रोका जा सकता था, और यह उनके व्यवसाय और प्रतिष्ठा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता था। कानूनी प्रक्रिया लंबी हो सकती थी, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती। इन संभावनाओं से बचने के लिए पतंजलि ने माफी स्वीकार की और कोर्ट ने अवमानना ​​कार्यवाही को समाप्त कर दिया।

Bangladesh में आज बड़े फैसले का दिन, हिंदूओं की सुरक्षा से लेकर, मुजीबुर्रहमान के अस्तित्व पर आज होगा फैसला

Tags: contempt case RamdevRamdev case
Share198Tweet124Share49
Mayank Yadav

Mayank Yadav

Related Posts

No Content Available
Next Post
Arvind Kejriwal की मांग एलजी ने की खारिज, स्वतंत्रता दिवस पर आतिशी नहीं फहरा पाएंगी तिरंगा!

Arvind Kejriwal की मांग एलजी ने की खारिज, स्वतंत्रता दिवस पर आतिशी नहीं फहरा पाएंगी तिरंगा!

Kolkata

Kolkata: दांतों से काटने के निशान, प्राइवेट भाग में जख्म, कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता की भयानक पोस्टमार्टम रिपोर्ट

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version