1455 परिवारों में ‘पशु प्रेम’ बना तलाक की वजह, अदालतों में मची हलचल!

पालतू कुत्ते-बिल्लियों के प्रति जुनून अब हजारों परिवारों में कलह का कारण बन रहा है। गंदगी और सफाई को लेकर शुरू हुए मामूली विवाद अब तलाक की नौबत तक ला रहे हैं।

Pets

Pets Create Divorce: सुनने में यह भले ही अचंभित करने वाला हो, लेकिन सच यही है कि कुत्ते-बिल्ली पालने के शौक ने हजारों परिवारों में रार करा दी है, और बात अब अदालत तक पहुँच गई है। बीते कुछ सालों में घरों में पालतू जानवरों का बढ़ता महत्व वैवाहिक विवादों में एक नया गंभीर अध्याय जोड़ रहा है। पालतू जानवरों द्वारा घर में की जाने वाली गंदगी और उनकी सफाई को लेकर दंपतियों के बीच शुरू हुए मामूली तकरार अब अलगाव की वजह बन रहे हैं।

पड़ताल में ऐसे 1455 मामले सामने आए हैं, जिनमें पशुओं की गंदगी और साफ-सफाई जैसे छोटे-छोटे मामलों को लेकर पति-पत्नी एक-दूसरे के साथ रहने को तैयार नहीं हैं। हैरानी की बात यह है कि यही पशु प्रेम, जिसने कई प्रेम विवाहों में दो लोगों को करीब लाया था, अब उनके अलग होने का कारण बन रहा है। ये मामले फैमिली कोर्ट और उच्च न्यायालयों तक पहुँच रहे हैं, जो दर्शाता है कि पालतू जानवरों से जुड़ी गंदगी अब एक गंभीर कानूनी मुद्दा बन गई है।

पशु प्रेम बना अलगाव का कारण

समाज विज्ञानी मो. अरशद और काउंसलर डॉ. पूनम तिवारी के अनुसार, आज के परिवेश में Pets को परिवार का सदस्य मानने की प्रवृत्ति तो अच्छी है, लेकिन युगल अक्सर ‘Pets पेरेंटिंग’ की चुनौतियों को नजरअंदाज कर देते हैं। एक आईटी पेशेवर दंपति ने प्रेम विवाह किया था क्योंकि दोनों को जानवरों से प्रेम था, लेकिन पालतू कुत्ते-बिल्ली की गंदगी की सफाई को लेकर शुरू हुए विवाद के कारण, शादी के कुछ ही महीनों बाद उन्होंने तलाक की अर्जी दे दी। इसी तरह, एक इंजीनियर दंपति में भी पति के कुत्ते और पत्नी की बिल्ली द्वारा फैलाई गई गंदगी को लेकर जंग छिड़ गई, और दोनों अपने-अपने पालतू जानवर को न छोड़ने की जिद पर अड़ गए, जिस कारण उनका मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है।

छोटी बातें ले रही गंभीर रूप

एडवोकेट नीरज पाठक ने बताया कि कोर्ट में पहुँचने वाले अधिकतर मामले किसी बड़े कारण के बजाय, समय के साथ बढ़कर अलगाव का कारण बनने वाले छोटे-छोटे वैवाहिक विवादों पर आधारित होते हैं। पालतू जानवरों से जुड़े मामलों के अलावा, घर के काम, बच्चों की परवरिश, आर्थिक जिम्मेदारी, और सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग जैसे रोजमर्रा के मुद्दे भी रिश्ते टूटने की बड़ी वजह बन रहे हैं। उच्च शिक्षित युगल, जिनकी करियर और जीवनशैली को लेकर अलग-अलग अपेक्षाएं होती हैं, वे भी छोटी बातों पर समझौता नहीं कर पाते हैं। काउंसलरों का मानना है कि जोड़ों के लिए यह जरूरी है कि वे शादी से पहले एक-दूसरे के साथ अपने सभी शौक और जिम्मेदारियों को साझा करें।

विजय देवरकोंडा का रोमांटिक जेस्चर — इवेंट में रश्मिका मंदाना के हाथ पर किया किस

 

Exit mobile version