प्रधानमंत्री का बयान
PM मोदी ने सार्वजनिक सभा में कहा कि बिहार के लोग अब विकास और सुशासन चाहते हैं, न कि कट्टा और रंगदारी जैसी राजनीति। उनका इशारा स्पष्ट रूप से उन विपक्षी दलों की ओर था, जो अब भी पुराने तरीकों की राजनीति में लगे हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘जंगल राज’ के लोग, जो “बच्चों को ‘रंगदार’ बनना सिखा रहे हैं”, सत्ता में आने पर अपराध और जबरन वसूली को बढ़ावा देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ‘जंगल राज’ वालों के पास वो सब कुछ है जो राज्य में निवेश और नौकरियों को खतरे में डालता है। औरंगाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता ‘कट्टा सरकार’ नहीं चाहती।
मोदी ने कहा, “वे पहले से ही बच्चों को ‘रंगदार’ बनाने की बात कर रहे हैं। वे खुलेआम ऐलान कर रहे हैं कि अगर उनके नेता की सरकार सत्ता में आई, तो ‘कट्टा’ (बंदूकें), ‘दोनाली’ (दोनाली राइफलें), ‘फिरौती’ (जबरन वसूली), रंगदारी (फिरौती) – ये सब वापस आ जाएँगे।” उन्होंने आगे कहा, “बिहार को बंदूकों वाली सरकार नहीं चाहिए। बिहार को कुशासन वाली सरकार नहीं चाहिए।”
प्रधानमंत्री ने सीट बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर विपक्षी गठबंधन पर भी हमला बोला और कहा कि कांग्रेस को वो सीटें दी गईं जहाँ राजद पिछले 35-40 सालों में कभी नहीं जीता। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी हमला बोलते हुए कहा कि इंडिया ब्लॉक के सीएम पद का चेहरा “राजद ने बंदूक की नोक पर चुरा लिया”।






